अहमदाबाद। भाजपा ने अब तक कुल 182 विधानसभा क्षेत्रों में से 166 क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। पार्टी ने बड़ी संख्या में विधायकों के टिकट काटकर नए लोगों को मौका दिया है। टिकट वितरण में नाराजगी गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है। टिकट न मिलने से नाराज 5 दिग्गजों ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। इनमें एक मौजूदा विधायक और 4 पूर्व विधायक है।
भाजपा के पूर्व विधायक हर्षद वसावा ने शुक्रवार को नंदोड (अनुसूचित जनजाति आरक्षित) सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। उल्लेखनीय है कि हर्षद वसावा भाजपा की गुजरात इकाई के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष हैं और उन्होंने 2002 से 2007 और 2007 से 2012 तक पूर्ववर्ती राजपीपला सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
नर्मदा जिले की नंदोड सीट पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है। इस सीट से भाजपा ने डॉ दर्शन देशमुख को उतारा है। इस घोषणा से नाखुश हर्षद वसावा ने भाजपा में अपने पद से इस्तीफा दे दिया और शुक्रवार को नंदोड सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
वसावा ने कहा कि यहां असली भाजपा और नकली भाजपा है। हम उन लोगों को बेनकाब करेंगे, जिन्होंने प्रतिबद्ध कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया है और नए लोगों को महत्वपूर्ण पद दे दिए। मैंने अपना इस्तीफा पार्टी को भेज दिया है। इस क्षेत्र के लोग जानते हैं कि मैंने 2002 से 2012 के बीच विधायक के रूप में कितना काम किया है।
पड़ोसी वडोदरा जिले में एक मौजूदा और दो पूर्व भाजपा विधायक टिकट न दिए जाने के कारण पार्टी से नाराज हैं। वाघोडिया से 6 बार के विधायक मधु श्रीवास्तव भी टिकट कटने से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके समर्थक चाहते हैं तो वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने इस सीट से अश्विन पटेल को उतारा है।
वडोदरा जिले की पादरा सीट से भाजपा के एक अन्य पूर्व विधायक दिनेश पटेल उर्फ दीनू मामा ने भी कहा है कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने इस सीट से चैतन्यसिंह जाला को टिकट दिया है। इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है।
जूनागढ़ की केशोद सीट से भाजपा के पूर्व विधायक अरविंद लडानी विधायक देवभाई मालम को टिकट दिए जाने से नाराज हैं। वे निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पार्टी के कुछ असंतुष्ट नेताओं ने कहा है कि वे अपने समर्थकों से परामर्श करने के बाद अपना अगला कदम उठाएंगे।
उल्लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए 1 और 2 दिसंबर को 2 चरणों में मतदान होगा। चुनाव परिणामों की घोषणा 8 दिसंबर को की जाएगी।