हम सभी को बचपन से ही घर और स्कूल में हाथों को साफ रखने यानि की बार-बार हाथों को धोने की सलाह दी जाती रही है, ताकि हम किसी भी बीमारी के चपेट में आने से बच सकें। हम सभी बचपन से ही हाथ धोने के फायदों के बारे में सुनते, पढ़ते आए हैं। वहीं कोरोना काल में हाथ को साफ रखना कितना जरूरी है इस बात से हम सभी अच्छी तरह से वाकिफ हो चुके है। हाथों को साफ रखने से कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है। हाथों को साफ रखना कितना जरूरी है, इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष वैश्विक रुप से ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाया जाता है, जिससे आसान, प्रभावी और सस्ते तरीके से खतरनाक बीमारियों को दूर रखा जा सकता है।
आइए जानते हैं ग्लोबल हैंडवाशिंग क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास क्या है।
दुनिया में वर्ष 2008 में सबसे पहले ग्लोबल हैंडवाशिंग डे मनाया गया था। इस दिन पूरी दुनिया में लगभग 70 देशों में 1.20 करोड़ बच्चों ने एक साथ साबुन से हाथ धोने का रिकार्ड बनाया था। ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की स्थापना इस उद्देश्य के साथ की गई कि लोगों में हाथ धोना कितना जरूरी है और हाथों की सफाई से कई बीमारियों को मात दी जा सकती है इस बात को लेकर लोगों में जागरूकता फैले। ग्लोबल हैंडवाशिंग डे का मुख्य उद्देश्य हाथ धोने की आदत डालने और बीमारियों से बचाव के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से की गई थी।
कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए अपने हाथों को साफ रखना बेहद जरूरी है। इसलिए समय-समय पर हाथ धोते रहने से कोरोना जैसे घातक वायरस से बचा जा सकता है इसके अलावा आपको कब-कब हाथ धोने चाहिए आइए जानते हैं।
भोजन करने से पहले और बाद में अच्छी तरह से साबून से हाथ धोने चाहिए।
किसी चीज को हाथ लगाने के बाद अपने हाथों को साबून से या हैंड वॉश से धोना चाहिए।
शौचालय का उपयोग करने के बाद हाथों को धोना चाहिए।
जब हाथ मैले यानी की गंदे हो जाएं तो हाथों को साबून से अच्छी तरह साफ करना चाहिए।
छींकने या खांसने के बाद हाथों को जरूर धोएं।
मोबाइल फोन, पर्स या किसी अन्य चीज को हाथ में पकड़ने के बाद अपने हाथों को साफ करें। बिना हाथों को साफ किए चेहरे, आंखों पर टच न करें।
पैसों की लेन-देन करते समय।
दरवाजे की कुंडी को छुने के बाद।
कार के गेट या स्टीयरिंग को हाथ लगाने के बाद हाथों को साफ करना चाहिए।