संगिनी कैंसर सोसायटी वार्षिकोत्‍सव का आयोजन, कैंसर विजेताओं ने सुनाई अपनी दास्‍तां

Webdunia
सोमवार, 11 अक्टूबर 2021 (10:29 IST)
संगिनी कैंसर सोसायटी की संस्थापिका और सचिव स्वर्गीय अनुपमा नेगी की याद में संस्था का 13वां वार्षिक उत्सव “संगिनी की उमंग 2021 का आयोजन 10 अक्‍टूबर, 2021 को किया गया।
 
यह आयोजन रविवार शाम 4 से 5 बजे तक ज़ूम लिंक पर इंदौरवाले समीर शर्मा आईटी विशेषज्ञ के सहयोग से हुआ। 
 
मध्यप्रदेश में इंदौर, धार, भोपाल, गुजरात और पंजाब से संगिनी सखियों ने भाग लिया। सीमा नातू द्वारा गणेश वंदना और श्रीमती सुदर्शन सान्याल के भजन से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। सोसायटी की सचिव जनक पलटा मगिलिगन ने सभी का स्वागत कर संगिनी का परिचय दिया।
 
14 साल की सेवा यात्रा की गतिविधियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया यह संस्था स्वर्गीय डॉ अनुपमा नेगी को समर्पित है....संगिनी संस्था सभी स्तन कैंसर के रोगियों को समर्पित है...  डॉ अनुपमा नेगी ने 2007 में स्तन कैंसर के रोगियों को भावनात्मक और नैतिक समर्थन देने के लिए इसे स्थापित किया था। 
 
डॉ.पलटा ने बताया कि उन दिनों मेरी स्तन कैंसर की दूसरी सर्जरी के बाद डॉ नेगी मेरी कैंसर संगिनी बनी मुझे सम्बल दिया और मुझे संगिनी बनाया। उसी साल में मेरी दो सर्जरी भी हुई और मैं कीमोथेरेपी के दौरान कौमा में चली गयी, मेरे बचने की कोई उम्मीद नहीं थी। लेकिन वह लगातार परामर्श करती रहीं, मुझे संबल दिया और उसी साल मुझे संगिनी का सरंक्षक बनाया और बाद में इसे एक पुनर्वास केंद्र के रूप में विकसित किया। 
 
वह अकेली संगिनी थी और स्तन कैंसर वाली अनुराधा सक्सेना, विशाखा मराठे, सुनयना, सीमा नातू हम सब उससे प्रेरित हुए और सहयोगी बन गए।
 
8 अक्टूबर 2011 को उनके असामयिक निधन के बाद संगिनी संस्था स्तन कैंसर विजेता स्वयं सेवी महिलाओं द्वारा पूर्णतयः अवैतनिक चलाया जाता है। सन 2011 से सचिव के रूप में जनक पलटा मगिलिगन और अनुराधा सक्सेना समन्वयक स्वयं सेवा दे रहीं हैं... जो संगिनी बनाई उसे सभी स्तन कैंसर विजेता और डॉ असीम नेगी, डॉ सीमा विजयवर्गीय, डॉ नीरजा पौराणिक, डॉ फरीद, डॉ प्रेरणा नेगी, सान्याल और नेगी परिवार सभी प्रोत्साहित कर संगिनी संस्था सेवा में अग्रसर है। अनुराधा सक्सेना ने वार्षिक रिपोर्ट रुपिका सान्याल ने भी जानकारी दी।
 
कैंसर स्तन कैंसर विजेता कोमल रामचंदानी, निशा अग्रवाल, रूही मिश्रा पांडे, सुदीप्ता श्रीवास्तव ने प्रेरणात्मक कविताएं प्रस्तुत की। गुजरात से सूरत से सुश्री बीना पटेल ब्रेस्ट कैंसर विजेता ने भी संगिनी भी अनुभव सुनाए।
 
सभी का कहना था कि वे संगिनी की सेवा कर अपने आप को धन्य और सशक्त मानती है। धार से सरोज जोशी ने भजन सुनाया, डॉ प्रेरणा नेगी संगिनी की सदस्य, स्त्री रोग विशेषज्ञ ने सभी का आभार व्यक्त किया। डॉ नीरजा पौराणिक संगिनी की संस्थापक सदस्य, स्त्री रोग विशेषज्ञ ने समापन प्रार्थना गाई।

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