Holika dahan 2024: फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन के दिन होलिका की पूजा करके उसे जलाया जाता है परंतु ऐसी मान्यता है कि 5 ऐसे लोग हैं जिन्हें होलिका दहन नहीं देखना चाहिए क्योंकि इससे उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आओ जानते हैं कि वे कौन से पांच लोग हैं।
होलिका दहन के 8 दिन पूर्व होलाष्टक प्रारंभ होता है। इन आठ दिनों में 8 ग्रह अपनी उग्र अवस्था में होते हैं। इसी के साथ इन दिनों को अशुभ भी माना जाता है क्योंकि भक्त प्रहलाद को 8 दिनों तक उनके पिता ने कठोर पीड़ा दी थी। इसलिए इन 8 दिनों और होलिका दहन पर 5 लोगों को दूर रहना चाहिए।
1. गर्भवती महिलाएं : गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन और उसकी पूजा से दूर रहना चाहिए। क्योंकि मान्यता अनुसार इससे उनके होने वाले बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और सेहत को लेकर नुकसान हो सकता है। बच्चे के भविष्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
2. नवविवाहिताएं : जिन लड़कियों और लड़कों का अभी ही विवाह हुआ है उन्हें भी होलिका दहन से दूर रहना चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में संकट आ सकते हैं। वैवाहिक जीवन में उथल पुथल आ जाती है।
3. नवजात शिशु : नवजात बच्चों को भी होलिका के पास नहीं ले जाना चाहता है। उन पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है, क्योंकि होलिका दहन में सब अपनी नकारात्मकता की आहुति देने आते हैं।
4. सास बहू : सास बहू दोनों को एक साथ होलिका दहन स्थल के पास नहीं रहना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से दोनों के रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो सकती है।
5. इकलौती संतान : जिन लोगों की इकलौती संतान होती है उन्हें भी अपनी संतान के साथ होलिका दहन की अग्नि देखने से बचना चाहिए। यह शुभ नहीं माना जाता है। घर के किसी बड़े बुजुर्ग को होलिका दहन की परंपराओं का निर्वाह करना चाहिए।