Indore rang panchmi : रंगपंचमी पर इंदौर में परंपरागत गेर में लोगों का उत्साह चरम पर दिखा। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शहर में गेर की करीब 75 साल पुरानी रंगारंग परंपरा में शामिल हुए। रंगों के इस उत्सव में जमीन से लेकर आसमान तक जमकर रंग और गुलाल उड़ा।
इस दौरान मुख्यमंत्री स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ एक खुले वाहन में सवार हुए और उन्हें गेर में शामिल लोगों पर पिचकारी से रंग बरसाते देखा गया।
मध्य क्षेत्र के 5 किलोमीटर लंबे रुट पर गेर में शामिल मिसाइलें आसमान को सतरंगी करते हुए चल रहे थे। इसमें भजन मंडलिया, डीजे, ढोल नगाड़े भी शामिल थे। गेर देखने के लिए 9 छतों पर भी व्यवस्था की गई थी। 125 लोगों ने इन छतों से गेर का आनंद लिया।
फाग यात्रा में मोहन यादव : इंदौर पहुंचने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री का रंग-गुलाल लगाकर स्वागत किया। डॉ. यादव ने सभी लोगों को रंगपंचमी की शुभकामनाएं दी। इसके बाद वह हिंद रक्षक की फाग यात्रा में शामिल हुए।
मोहन यादव गेर में शामिल होने वाले पहले CM : इन्दौर की गेर में शामिल होने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं डॉ. मोहन यादव। उन्होंने गेर में पहुंचकर नागरिकों का अभिनंदन किया और गुलाल भी बरसाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों पुरानी परंपरा मध्य प्रदेश के साथ-साथ मालवा की खास है। गेर तो एक शब्द है, यह तो अपना बनाने वाली टोली है।
टोरी कॉर्नर की गेर निरस्त : इस बार रंग पंचमी पर 5 गेर ही निकली। संस्थापक शेखर गिरि के भाई के निधन की वजह से टोरी कॉर्नर की गेर निरस्त हो गई। सबसे पहले मॉरल क्लब, इसके बाद रसिया कॉर्नर, हिंद रक्षक फाग यात्रा, संगम कॉर्नर और माधव फाग यात्रा है।