इंदौर में भड़के प्रदर्शनकारियों को टीआई दिनेश वर्मा ने किया शांत, कहा ‘मैं राह दिखाऊंगा, गलत तरीके से विरोध मत करो’

Webdunia
शुक्रवार, 17 जून 2022 (16:15 IST)
सरकार की ‘अग्‍निपथ योजना’ के विरोध में देशभर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शन को कंट्रोल करने में पुलिस की भूमिका बेहद अहम हो गई है। इंदौर के लक्ष्‍मीबाई नगर रेलवे स्‍टेशन पर भी प्रदर्शनकारियों ने जब इसी तरह पत्थरबाजी कर हंगामा किया तो यहां खजराना थाना के टीआई दिनेश वर्मा ने जिस तरह से मोर्चा संभाला उनकी तारीफ हो रही है। प्रदर्शनकारियों को समझाने और शांत करने के उनके तरीके को कई लोग एक वीडियो के जरिए देख रहे हैं।

दरअसल, लक्ष्‍मीबाई रेलवे स्‍टेशन पहुंचे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने जब रेलवे ट्रैक को बाधित किया और कुछ लोग पथराव करने लगे तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बहस होने लगी। एक प्रदर्शनकारी ने जब कहा कि फोर्स ने हम पर लाठी चलाएगी तो हम फिर से पत्‍थरबाजी करेंगे। फिर पुलिस हम पर लाठी चलाएगी तो हम फिर पत्‍थरबाजी करेंगे।

इस पर खजराना पुलिस थाना के इंचार्ज दिनेश वर्मा ने भड़के हुए प्रदर्शनकारियों को बेहद संतुलित और शांत तरीके से समझाया। उन्‍होंने कहा कि सबकुछ सही है, बस तुम्‍हारा तरीका गलत है। मैं इसीलिए आपके पास आया हूं कि आपके साथ कुछ गलत न हो, ऐसा कोई गलत व्‍यवहार आपके साथ न हो।

टीआई दिनेश वर्मा ने कहा कि, मैं तुम्‍हें सही राह दिखाने आया हूं, तुम कुछ नहीं करते तो मैं भी वहां फोर्स का वेट करता। लेकिन ट्रैक रोकना, वाहनों को रोकना ठीक नहीं है। सही तरीके से विरोध करो तो कोई दिक्‍कत नहीं है।
उग्र भीड़ को इस तरह आश्‍वासन देकर शांत किया और माहौल को कंट्रोल किया। उनका यह वीडियो व्‍हाट्सऐप पर कई लोग देखकर तारीफ कर रहे हैं।
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बता दें कि टीआई दिनेश वर्मा फिटनेस फ्रीक पुलिस अधिकारी हैं। पिछले दिनों के विजय नगर थाना प्रभारी और अपने साथी तहजीब काजी को चैलेंज करने की वजह से चर्चा में आए थे। दरअसल, तबजीब काजी रनिंग कर रहे थे, इसी दौरान दिनेश वर्मा ने जब उन्‍हें रनिंग करते देखा तो उन्‍हें अपने साथ रनिंग करने का चैलेंज दे डाला।

काजी ने भी वर्मा का चैलेंज स्‍वीकार किया। इसके बाद दोनों ने इंदौर के बीआरटीएस ट्रैक पर दौड़ लगाई थी, जिसमें दिनेश वर्मा रेस जीत गए। रेसिंग का उनका यह वीडियो काफी पसंद किया गया था। उस वक्‍त काजी विजयनगर थाना प्रभारी थे, बाद में उनका ट्रांसफर संयोगितागंज थाने में हो गया।

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