इसराइली वैज्ञानिकों ने झूठ पकड़ने का नया उपाय खोजा है। उनके अनुसार अब व्यक्ति की लिखावट बता सकती है कि वह सच बोल रहा है या झूठ। हैफा विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि लिखावट सच और झूठ का राज खोल सकती है।
प्रमुख अनुसंधानकर्ता गिल लूरिया ने बताया हस्तलिपि विशेषज्ञ झूठ पकड़ने की विधियों में एक और विधि शामिल कर सकते हैं। अन्य तकनीकों में मौखिक बातचीत पर भरोसा किया जाता है, पर इसमें ऐसा नहीं है।
उन्होंने बताया अध्ययन के अनुसार झटके से लिखे गए शब्द और कागज पर बहुत दबाव डालते हुए लिखे गए शब्द इस बात के संकेत होते हैं कि लिखने वाला व्यक्ति झूठ बोल रहा है।
‘द साइंटिफिक अमेरिकन’ जर्नल के अनुसार अनुसंधानकर्ता किसी व्यक्ति की लिखावट के भौतिक गुणों का विश्लेषण कर बता सकते हैं कि वह झूठ बोल रहा है या नहीं। (भाषा)