वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को कहा कि सऊदी अरब के नेतृत्व वाले ओपेक प्लस गठबंधन द्वारा तेल उत्पादन में कटौती की योजना की घोषणा के बाद उनका प्रशासन रियाद के खिलाफ कार्रवाई करेगा। बाइडन ने कहा कि सऊदी अरब के इस फैसले से रूस जैसे तेल निर्यातक देशों को लाभ होगा।
बाइडन ने कहा कि हम सऊदी अरब के इस कदम पर प्रतिक्रिया करने जा रहे हैं, और इस संबंध में कांग्रेस के साथ परामर्श किया जा रहा है। हम कार्रवाई करेंगे।
उल्लेखनीय है कि ओपेक प्लस ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वह हर रोज 20 लाख बैरल बैरल क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती करेगा। इसका लक्ष्य तेल की कीमतों को बढ़ाना है। रूस यूक्रेन युद्ध के बीच माना जा रहा है कि तेल उत्पादन में कटौती से रूस को फायदा होगा। रूस भी ओपेक प्लस देशों में शामिल है।
इस फैसले से अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को भी झटका लगा है जो कई महीनों से इस कोशिश में लगे थे कि तेल की क़ीमतें कम ही रहें।
ओपेक प्लस का कहना है कि ये क़दम कच्चे तेल की क़ीमत को स्थिर करने के लिए उठाया गया है क्योंकि हाल के महीनों में वैश्विक मंदी का ख़तरा और गहरा होता जा रहा है और तेल की क़ीमत घटी है। साल 2020 के बाद ये ओपेक और उसके सहयोगी देशों की तरफ़ से उत्पादन में की गई सबसे बड़ी कटौती है।