Notorious sex offender Jeffrey Epstein Files Mystery: राजनीति, अपराध और सत्ता के गलियारों में कुछ कहानियां ऐसी होती हैं, जो समय के साथ और भी गहरी होती जाती हैं, और जिनके रहस्य दशकों तक समाज में सुगबुगाहट पैदा करते रहते हैं। ऐसी ही एक सनसनीखेज कहानी है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (US President Donald Trump) और कुख्यात यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन की दशकों पुरानी दोस्ती की। यह सिर्फ एक सामान्य दोस्ती नहीं, बल्कि सत्ता के दुरुपयोग, यौन शोषण और गहरे षड्यंत्र का एक ऐसा घातक मिश्रण है, जो किसी भी हॉलीवुड थ्रिलर फिल्म को मात दे सकता है। ट्रम्प की बेबाक राजनीतिक छवि और एपस्टीन की घिनौनी करतूतों के बीच का यह रिश्ता आज भी अमेरिकी राजनीति और समाज में भूचाल ला रहा है। आइए, इस पूरी कहानी की परतें खोलें और जानें एपस्टीन फाइल्स का रहस्य, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है और कई अनसुलझे सवाल खड़े किए हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प और जेफरी एपस्टीन : 15 साल पुरानी दोस्ती और रंगीन पार्टियों का दौर
डोनाल्ड ट्रम्प और जेफरी एपस्टीन की दोस्ती कभी कोई छिपा हुआ रहस्य नहीं थी, बल्कि यह खुलेआम देखी जाती थी। 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' की एक विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, यह रिश्ता लगभग 15 साल पुराना था और 90 के दशक से लेकर 2000 के दशक की शुरुआत तक फला-फूला। 2002 में, ट्रम्प ने न्यूयॉर्क मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में एपस्टीन को "एक शानदार इंसान" बताया था। उन्होंने यहां तक कहा था कि "उसे भी मेरी तरह खूबसूरत और युवा महिलाएं पसंद हैं।" यह बयान दोनों के बीच की करीबी, समान रुचियों और शायद एक जैसी जीवनशैली को साफ दर्शाता है।
90 के दशक और 2000 के दशक की शुरुआत में, इन दोनों हाई-प्रोफाइल हस्तियों को अक्सर न्यूयॉर्क और पाम बीच की कई हाई-प्रोफाइल पार्टियों में एक साथ देखा जाता था। ट्रम्प के शानदार मार-ए-लागो एस्टेट में होने वाली भव्य पार्टियों से लेकर एपस्टीन के निजी जेट पर की गई महंगी उड़ानों तक, इस दोस्ती के निशान हर जगह बिखरे हुए थे। रॉयटर्स की एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रम्प का नाम एपस्टीन की उस कुख्यात "छोटी काली किताब" में भी दर्ज था, जिसमें दुनिया के कई प्रभावशाली और ताकतवर लोगों के संपर्क विवरण शामिल थे। यह किताब एपस्टीन के आपराधिक नेटवर्क के दायरे और उसके उच्च-स्तरीय संपर्कों को समझने में एक महत्वपूर्ण सुराग मानी जाती है।
जन्मदिन कार्ड का चौंकाने वाला खुलासा : ट्रम्प का 'नकली' पत्र और छिपे रहस्य
इस कहानी में सबसे सनसनीखेज मोड़ तब आया, जब प्रतिष्ठित 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने एक रहस्यमयी जन्मदिन कार्ड का खुलासा किया। यह बात 2003 की है, जब जेफरी एपस्टीन के 50वें जन्मदिन के लिए उसकी प्रमुख सहयोगी गिसलीन मैक्सवेल ने एक बेहद खास और व्यक्तिगत तोहफा तैयार किया था। मैक्सवेल ने ट्रम्प सहित एपस्टीन के कई दोस्तों से बधाई संदेश मांगे थे। इस कार्ड में डोनाल्ड ट्रम्प का नाम भी शामिल था और यह कोई साधारण शुभकामना पत्र नहीं था।
रिपोर्ट के अनुसार, इस पत्र में टाइप किए गए शब्दों को एक नग्न महिला के उत्तेजक चित्र से सजाया गया था। इस पत्र के अंत में एक संदिग्ध संदेश लिखा था, "जन्मदिन मुबारक – और हर दिन एक और अद्भुत रहस्य हो।" जब यह खुलासा हुआ, तो ट्रम्प ने इसे तुरंत "नकली" करार दिया और जर्नल पर मुकदमा करने की धमकी तक दे डाली। हालांकि, इस खुलासे ने दोनों की दोस्ती की गहराई, उनके संबंधों की प्रकृति और इसमें छिपे संभावित रहस्यों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। यह घटना ट्रम्प और एपस्टीन के बीच के संबंध को और भी पेचीदा बनाती है, और उस दौर की 'रंगीन' पार्टियों के पीछे छिपे काले सच की ओर इशारा करती है।
मार-ए-लागो और अपराध का जाल : ट्रम्प के एस्टेट का काला सच
डोनाल्ड ट्रम्प का आलीशान मार-ए-लागो क्लब, जो उनकी निजी संपत्ति और एक एक्सक्लूसिव रिजॉर्ट है, इस पूरे स्कैंडल के केंद्र में आ गया है। एपस्टीन की सबसे मुखर पीड़ितों में से एक, वर्जीनिया गिफ्रे ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया था। गिफ्रे ने बताया कि जब वह सिर्फ 16 साल की नाबालिग थी, तो उसे इसी मार-ए-लागो क्लब में नौकरी का झांसा देकर फंसाया गया था। इसके बाद उसे एपस्टीन के आपराधिक नेटवर्क में धकेल दिया गया, जहां उसे कई ताकतवर और प्रभावशाली लोगों को यौन सेवाएं देने के लिए मजबूर किया गया।
एपस्टीन की पूर्व प्रेमिका और उसकी यौन तस्करी में सक्रिय सहयोगी घिसलीन मैक्सवेल को इस अपराध के लिए दोषी ठहराया गया है और वह वर्तमान में 20 साल की जेल की सजा काट रही है। मार-ए-लागो का नाम सामने आने से इस मामले की गंभीरता और बढ़ गई, और ट्रम्प के संबंधों, उनके क्लब की गतिविधियों और उनके आसपास के लोगों पर नए सिरे से सवाल उठने लगे। यह आरोप ट्रम्प के लिए न सिर्फ कानूनी बल्कि नैतिक चुनौती भी खड़ा करते हैं।
ट्रम्प के समर्थकों का गुस्सा : 'डीप स्टेट' बनाम 'एपस्टीन फाइल्स' का राजनीतिक युद्ध
इस पूरे मामले ने डोनाल्ड ट्रम्प के लिए सबसे बड़ी राजनीतिक और सामाजिक चुनौती तब खड़ी की, जब उनके अपने कट्टर "MAGA" (Make America Great Again) समर्थक भी उनके खिलाफ हो गए। ये समर्थक लंबे समय से यह मानते थे कि ट्रम्प "डीप स्टेट" (अमेरिकी सत्ता के भीतर एक कथित गुप्त शक्ति संरचना) के रहस्यों से पर्दा उठाएंगे और जेफरी एपस्टीन की गोपनीय फाइलें सार्वजनिक करेंगे। उन्हें उम्मीद थी कि इन फाइलों से कई प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आएंगे और "भ्रष्ट व्यवस्था" का पर्दाफाश होगा।
लेकिन, जब अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने जुलाई 2025 में यह दावा किया कि जारी की गई फाइलों में कोई "क्लाइंट लिस्ट" मौजूद नहीं है, तो ट्रम्प के समर्थकों में गहरी निराशा फैल गई। उन्हें लगा कि ट्रम्प भी उसी सत्ता वर्ग को बचा रहे हैं, जिसके खिलाफ उन्होंने चुनाव प्रचार किया था और जिस पर उन्होंने "भ्रष्ट" होने का आरोप लगाया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और विभिन्न पॉडकास्ट पर "एपस्टीन फाइल्स" को पूरी तरह से जारी करने की मांग तेज हो गई।
इस बढ़ते दबाव के बीच, ट्रम्प ने शुरुआत में अपने समर्थकों को "कमजोर" तक कह डाला था, लेकिन अंततः उन्हें ग्रैंड जूरी के दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का आदेश देना पड़ा। यह उनके राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, जहां उन्हें अपने ही आधार से जबरदस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। इस घटना ने दिखाया कि ट्रम्प के समर्थक उनसे एपस्टीन मामले में पूर्ण पारदर्शिता की उम्मीद कर रहे थे।
क्या हैं एपस्टीन फाइल्स? सत्ता और रहस्य का गहरा जाल
जेफरी एपस्टीन की फाइलें एक ऐसा मुद्दा हैं, जो लंबे समय से वैश्विक सुर्खियों में छाया हुआ है और साजिश के सिद्धांतों को हवा दे रहा है। ये फाइलें अमेरिकी फाइनेंसर और कुख्यात यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन के भयावह अपराधों, उनके प्रभावशाली संपर्कों और उनसे जुड़ी लंबी जांच के दस्तावेजों का एक विशाल और जटिल संग्रह हैं।
इन फाइलों में फ्लाइट लॉग (एपस्टीन के निजी जेट पर यात्रा करने वाले लोगों की सूची), कॉन्टैक्ट लिस्ट (एपस्टीन की कुख्यात 'ब्लैक बुक'), विभिन्न अदालती रिकॉर्ड और अन्य सामग्री शामिल है। इन सभी दस्तावेजों का उद्देश्य एपस्टीन के आपराधिक नेटवर्क और दुनिया भर की उच्च-स्तरीय हस्तियों के साथ उसके संदिग्ध संबंधों को उजागर करना है।
फरवरी 2025 तक, इन फाइलों के कुछ हिस्से विभिन्न अदालती आदेशों और जांचों के तहत सार्वजनिक किए गए हैं। हालांकि, इन दस्तावेजों का एक बड़ा हिस्सा अभी भी गोपनीय है या उसे भारी मात्रा में "रेडैक्ट" (काले रंग से छिपाया) किया गया है। पारदर्शिता की इस कमी ने न केवल साजिश के सिद्धांतों को बल दिया है, बल्कि पूर्ण खुलासे की सार्वजनिक मांग को भी लगातार बढ़ाया है। लोग जानना चाहते हैं कि इन फाइलों में आखिर कौन से "अद्भुत रहस्य" छिपे हैं और कौन से ताकतवर लोग इस जाल में शामिल थे।
विवादों की टाइमलाइन : एपस्टीन फाइल्स का कब क्या हुआ?
फरवरी 2025 : अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) और FBI ने एपस्टीन से जुड़े दस्तावेजों का पहला चरण डीक्लासिफाई किया। इन दस्तावेजों में गिसलीन मैक्सवेल के मुकदमे से संबंधित फ्लाइट लॉग, एपस्टीन की कुख्यात "ब्लैक बुक" और एक नया "एविडेंस लिस्ट" शामिल था। इस लिस्ट में न्यूयॉर्क और यूएस वर्जिन आइलैंड्स में एपस्टीन की संपत्तियों से जब्त की गई सामग्री का उल्लेख था, जैसे "गर्ल पिक्स न्यूड बुक 4" नामक एक सीडी और "एलएसजे लॉगबुक" (एपस्टीन के निजी द्वीप लिटिल सेंट जेम्स से संबंधित)। हालांकि, इन दस्तावेजों का एक बड़ा हिस्सा पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध था, जिससे कई लोग निराश हुए और उन्हें लगा कि यह पूरा खुलासा नहीं है।
अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी का दावा : इस बीच, अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने सार्वजनिक रूप से दावा किया कि FBI ने हजारों पन्नों के दस्तावेज छिपाए हैं। उन्होंने FBI डायरेक्टर काश पटेल को तुरंत इन दस्तावेजों को सौंपने और इस मामले की जांच का भी निर्देश दिया। इस दावे ने मामले को और गर्मा दिया।
जुलाई 2025 में DOJ और FBI का मेमो : हालांकि, जुलाई 2025 में DOJ और FBI ने एक संयुक्त मेमो जारी किया। इस मेमो में स्पष्ट रूप से कहा गया कि कोई "क्लाइंट लिस्ट" मौजूद नहीं है और न ही कोई ऐसा सबूत मिला है जिससे यह साबित हो सके कि एपस्टीन ने प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल किया था। यह बयान बोंडी के पहले के दावों के ठीक उलट था, जिससे ट्रम्प समर्थकों में और भी अधिक नाराजगी फैल गई और उन्हें लगा कि उनके साथ धोखा हुआ है।
ट्रम्प और फाइल्स पर विवाद : एलन मस्क के आरोप और MAGA की निराशा
डोनाल्ड ट्रम्प का नाम इन फाइलों से बार-बार जोड़ा गया है, खासकर एलन मस्क के जून 2025 के दावे के बाद। मस्क ने बिना किसी पुख्ता सबूत के यह दावा किया था कि ट्रम्प का नाम गोपनीय दस्तावेजों में है। ट्रम्प ने इन आरोपों को "पुरानी खबर" बताकर सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि उन्होंने एपस्टीन के साथ अपनी दोस्ती 18 साल पहले ही खत्म कर दी थी। हालांकि, 1990 के दशक में दोनों की नजदीकी और मार-ए-लागो में एक साथ पार्टियों में शामिल होने के कई सबूत मौजूद हैं, जो उनके दावों पर सवाल खड़े करते हैं।
ट्रम्प के समर्थकों, विशेषकर MAGA समूह ने, फाइलों को पूरी तरह सार्वजनिक करने की पुरजोर मांग की। उनका मानना था कि इन फाइलों से "डीप स्टेट" के गहरे रहस्य उजागर होंगे। लेकिन जब DOJ ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई क्लाइंट लिस्ट नहीं है, तो समर्थकों में व्यापक निराशा फैल गई। रिपब्लिकन सांसद अन्ना पॉलिना लूना ने इसे "पूरी तरह निराशाजनक" बताया और कहा कि यह उनकी उम्मीदों से कम था।
विशेषज्ञों का मानना है कि फाइलों में कोई "क्लाइंट लिस्ट" नहीं है, लेकिन इनमें FBI और DOJ की शुरुआती जांच में खामियों, जैसे कि एपस्टीन को हल्की सजा देने और उनके निजी विमान की निगरानी न करने की जानकारी हो सकती है। 2008 में एपस्टीन को केवल 13 महीने की सजा मिली थी, जिसे व्यापक रूप से अनुचित माना गया।
फिलहाल, हजारों दस्तावेज और वीडियो अभी भी गोपनीय हैं और DOJ का कहना है कि पीड़ितों की गोपनीयता और चल रही जांचों की सुरक्षा के लिए इन्हें रिलीज नहीं किया जा सकता। मस्क के आरोपों के बाद डेमोक्रेट्स, जैसे रॉबर्ट गार्सिया और डैन गोल्डमैन, ने भी पूर्ण पारदर्शिता की मांग की है।
सवाल जो अब भी अनसुलझे हैं : ट्रम्प आज एक ऐसे चक्रव्यूह में फंसे हैं, जहां उनकी पुरानी दोस्ती, रंगीन पार्टियां और फाइलों को छिपाने के आरोप उनकी छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह स्कैंडल सिर्फ सनसनी नहीं, बल्कि सत्ता और अपराध के खतरनाक गठजोड़ का प्रतीक है। सवाल अब भी वही है: क्या एपस्टीन की फाइलें पूरी तरह सामने आएंगी? और अगर ऐसा हुआ, तो उनमें कितने और "अद्भुत रहस्य" दुनिया के सामने आएंगे? यह कहानी अभी खत्म नहीं हुई है, और इसके अगले अध्याय का इंतजार पूरी दुनिया को है।