दुबई। राजस्थान रॉयल्स (RR) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के करो या मरो के मुकाबले में गुरुवार को जब यहां आमने-सामने होंगे तो इस मुश्किल समय में दोनों टीमों के अनुभवहीन युवा खिलाड़ी अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश करेंगे। सनराइजर्स के प्रियम गर्ग और अब्दुल समद हों या रॉयल्स के कार्तिक त्यागी और रियान पराग, दोनों टीमों के युवा खिलाड़ियों पर सीनियर खिलाड़ियों के उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण अतिरिक्त दबाव है।
सनराइजर्स आठ टीमों की अंक तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर है और टीम के नौ मैचों में सिर्फ छह अंक हैं। पिछले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बड़ी जीत के बाद रॉयल्स की टीम उनसे एक स्थान आगे है और उसके आठ अंक हैं।
सनराइजर्स की टीम को प्ले ऑफ की उम्मीद जीवंत रखने के लिए अपने बाकी बचे पांचों मैच जीतने होंगे जबकि रॉयल्स की टीम जीत की लय बरकरार रखना चाहेगी और टीम उम्मीद कर रही होगी कि सुपर किंग्स के खिलाफ पिछले मैच की तरह इस मैच में भी उसके विदेशी खिलाड़ी उम्दा प्रदर्शन करेंगे।
आईपीएल अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है और ऐसे में दोनों ही टीमों की राह आसान नहीं होगी और दोनों ही टीमों को पता है कि वे ढिलाई बरतने की स्थिति में नहीं हैं। रॉयल्स ने दो बड़ी हार के बाद वापसी की है और सनराइजर्स के खिलाफ जीत की दावेदार होगी जिसे अपने पिछले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सुपर ओवर में हार झेलनी पड़ी।
जोफ्रा आर्चर रॉयल्स के गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कर रहे हैं जबकि श्रेयस गोपाल और राहुल तेवतिया की स्पिन जोड़ी ने सुपरकिंग्स के खिलाफ बीच के ओवरों में शानदार प्रदर्शन किया और कप्तान स्टीव स्मिथ को गुरुवार को अपने गेंदबाजों से एक और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। सुपर किंग्स के खिलाफ जोस बटलर ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया जिससे स्मिथ बिना किसी दबाव के खेल सके लेकिन रॉयल्स को साझेदारियों की जरूरत होगी।
ऑलराउंडर बेन स्टोक्स अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जबकि रोबिन उथप्पा टीम की सबसे कमजोर कड़ी साबित हो रहे हैं। ऐसे में स्मिथ पंजाब के मनन वोहरा को मौका देने पर विचार कर सकते हैं। संजू सैमसन की फॉर्म भी टीम के लिए चिंता का विषय है जिन्होंने लगातार दो अर्द्धशतक के साथ टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत की थी।
दूसरी तरफ यह देखना होगा कि सनराइजर्स की टीम रविवार को नाइट राइडर्स के खिलाफ सुपर ओवर में मिली हार से उबर पाई है या नहीं। डेविड वॉर्नर की टीम इस हार से निश्चित तौर पर दुखी होगी लेकिन टीम को इससे जल्द से जल्द उबरना होगा और प्रतियोगिता में बने रहने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा।
चोटों के कारण तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और ऑलराउंडर मिशेल मार्श के बाहर होने से सनराइजर्स की टीम असमंजस की स्थिति में है कि अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करे या गेंदबाजी को और कप्तान वॉर्नर भी इस तथ्य को स्वीकार कर चुके हैं। टीम अपने बल्लेबाजों पर काफी निर्भर है, विशेषकर शीर्ष चार बल्लेबाजों पर जिसमें जॉनी बेयरस्टो, वॉर्नर, मनीष पांडे और केन विलियम्सन शामिल हैं। कप्तान वॉर्नर को उम्मीद होगी कि बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों बेहतर प्रदर्शन करेंगे जिससे कि टीम टूर्नामेंट में बनी रहे।