CSK के कप्तान Mahendra Singh Dhoni ने अपनी टीम के लिए पांचवी बार आईपीएल खिताब जीत लिया है लेकिन जो Gujrat Titans (GT) के खिलाफ IPL 2023 Final में हीरो रहे वो हैं Ravindra Singh Jadeja. जडेजा ने मोहित शर्मा के खिलाफ आखरी ओवर की आखिर दो गेंदों पर जिस तरह से एक छक्का और एक चौक्का जड़ कर विनिंग मूमेंट अपने नाम किया है, मैच के बाद धोनी के साथ-साथ वहां मैच देखने आए सारे Chennai Super Kings के समर्थकों को भी जडेजा को उठाकर उन्हें शाबाशी देने का मन कर रहा होगा।
जडेजा को आउट होते देखना चाहते थे CSK Fans
यह वही जडेजा है जिनका CSK Fans धोनी को बल्लेबाजी करता देखने के लिए आउट होने का इंतजार किया करते थे लेकिन कल से वही CSK Fans, धोनी के शुन्य पर आउट हो जाने के बाद जडेजा के आने और उन्हें जिताने का वीडियो बार- बार देख रहे होंगे।
कैसे जीता जडेजा ने ट्रॉफी के साथ समर्थकों का दिल
इस साल का IPL Final सोमवार, 28 मई को गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स CSK और गुजरात टाइटन्स GT के बीच खेला गया था जिसमे MS Dhoni ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी चुनी थी। जवाब में गुजरात ने शुभमन गिल और रिद्धिमान साहा की मदद से पावर प्ले में ही 62 रन बना लिए थे। धोनी को पता था कि अब गिल खतरनाक साबित हो सकते हैं। उन्होंने एक त्वरित स्टंपिंग (Quick Stumping) कर विकटों के पीछे से गिल को पवैलियन की और वापस भेजा लेकिन उसके बाद भी उनके लिए चीज़ें आसान नहीं हुई।
तमिलनाडु का ही खिलाड़ी Sai Sudarshan उनके लिए एक बुरा सपना बनकर आया। वही साई सुदर्शन जो आखरी मैच में रिटायर्ड हर्ट हुए थे, ने 47 गेंदों में 96 रनों की एक शानदार पारी खेल कर अपनी टीम को 214 का स्कोर खड़ा करने में मदद की।
दूसरी पारी बारिश की वजह से देर से शुरू हुई जिसकी वजह से चेन्नई के लिए Duckworth-Lewis (DLS) Method के तहत टारगेट 15 ओवरों में 171 रनों का कर दिया गया। चेन्नई के सलामी बल्लेबाजों के सामने अब एक ही लक्ष्य था कि वह आते ही धमासान बल्लेबाजी शुरू करदे और उन्होंने वही किया।
आखिरी दो गेंदों पर छक्का और चौका जड़ने पर जडेजा ने कहा, मैं बस सोच रहा था कि मुझे जितना हो सके उतना कड़ा प्रहार करने की जरूरत है। गेंद कहां जाएगी मैं इस बारे में नहीं सोच रहा था, बस कड़ा प्रहार करने की कोशिश कर रहा था।उन्होंने कहा, मैं अपने ऊपर भरोसा कर रहा था और सीधा हिट करना चाह रहा था क्योंकि मुझे पता है कि मोहित धीमी गेंद फेंक सकता है।
फ्लेमिंग ने कहा, जडेजा ने साबित कर दिया कि खेल में परीकथाएं होती हैं
स्टीफन फ्लेमिंग खेल में परियों की कहानियों में विश्वास नहीं करते लेकिन रविंद्र जडेजा का बेजोड़ बल्लेबाजी करके चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) को उसका पांचवां आईपीएल खिताब दिलाना इसी तरह की कहानी करीब है।
गुजरात टाइटंस के खिलाफ फाइनल में अंतिम ओवर में जीत के लिए सीएसके को 13 रन की जरूरत थी लेकिन टीम शुरुआती चार गेंद में तीन रन ही बना सकी। जडेजा ने इसके बाद मोहित शर्मा की आखिरी दो गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर टाइटंस से जीत छीन ली।
फ्लेमिंग ने सुपरकिंग्स के खिताब जीतने के बाद संवाददाताओं से कहा, वे कहते हैं कि खेल में परियों की कोई कहानी नहीं होती लेकिन आज बहुत अच्छी कहानी थी। पिछले 18 महीने थोड़े मुश्किल रहे, क्योंकि कप्तानी मुश्किल थी, चोट की समस्या थी, उसने (जडेजा ने)खेल से बाहर थोड़ा समय बिताकर वापसी की और टेस्ट टीम में जगह बनाई और फिर सीएसके की टीम में।
असल में मोहित की अंतिम दो गेंद पर जडेजा की शानदार बल्लेबाजी से पहले फ्लेमिंग ने मन ही मन हार मान ली थी।फ्लेमिंग ने कहा, हम आखिरी गेंद पर फाइनल हारे हैं जो दिल तोड़ने वाला रहा है। मैं खुद को एक बार फिर दिल टूटने के लिए तैयार कर रहा था जब जडेजा ने छक्का लगाया और इसके बाद दिल भी टूट सकता था और खुशी भी मिल सकती थी, मैं सुनिश्चित नहीं था।
उन्होंने कहा, लेकिन जब मैंने देखा कि गेंद बाउंड्री की ओर जा रही है तो यह परम आनंद था। यह प्रतियोगिता आपको ऐसे भावनात्मक स्तर तक ले जाती है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते।फ्लेमिंग ने जडेजा की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा वह गेंद के साथ शानदार भूमिका निभाता है, लेकिन हमारे पास इतने सारे बल्लेबाज हैं कि हम उसका उपयोग निचले क्रम में करते हैं। महेंद्र सिंह धोनी उसे वहां तक पहुंचाने में बहुत सहायक और सक्रिय रहे हैं तथा आज वह उस विश्वास पर खरा उतरा।
सीएसके के कोच ने कहा कि पहले हाफ में उनकी टीम ने खराब प्रदर्शन किया लेकिन बारिश से प्रभावित मैच के आगे बढ़ने के साथ टीम बेहतर होती गई और आत्मविश्वास भर गई।
उन्होंने कहा, 215... मैंने सोचा कि यह अच्छा स्कोर था लेकिन बारिश आ गई और हमें लय बदलनी पड़ी। हमने सोचा कि पिच के आसपास नमी को देखते हुए इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इसके लिए काफी अच्छी बल्लेबाजी की जरूरत थी।
फ्लेमिंग ने कहा, शुरुआत वास्तव में महत्वपूर्ण थी क्योंकि हम तब भी अपने क्षेत्ररक्षण से हैरान थे। पहले चार या छह ओवरों से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा और एक बार आप लय में आ जाएं तो यह उस प्रकार का मैदान है जहां लक्ष्य का बचाव करना कठिन है इसलिए हमें पता था कि हमारे पास मौका है।