26 दिसम्बर को मुंबई हमले में एकमात्र जीवित आतंकी अजमल कसाब के लिए नियुक्त की गई सरकारी वकील अंजलि वाघमारे की नियुक्ति रद्द कर दी गई है। अदालत ने बुधवार को अंजलि की नियुक्ति यह कहते हुए रद्द कर दी गई कि उन्होंने अपने पेशे की गरिमा को कायम नहीं रखा।
Girish Srivastava
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अदालत जल्दी ही सीनियर वकील की नियुक्ति की जाएगी। हालाँकि जूनियर वकील केपी पवार की नियुक्ति को बरकरार रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि जब आतंकवादी कसाब के लिए अदालत ने अंजलि की नियुक्ति की थी, तब शिवसैनिकों ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया था। तब अंजलि ने केस न लड़ने का लिखित वादा किया था लेकिन एक दिन बाद ही उन्होंने अदालत में यह कहते हुए चौंका दिया था कि वे कसाब की वकील बनी रहेंगी।
इसके बाद अदालत ने महाराष्ट्र सरकार को आदेश दिया था कि वह अंजलि के लिए जेड सुरक्षा प्रदान करे। कसाब की वकील को सुरक्षा भी प्रदान कर दी गई थी लेकिन आज अचानक अदालत ने उनकी नियुक्ति रद्द कर दी। दलील यह दी गई कि उन्होंने अपने पेशे की गरिमा का खयाल नहीं रखा।
अंजलि की नियुक्ति रद्द किए जाने के बाद यह निश्चित है कि 26 दिसम्बर 2008 को हुए आतंकी हमले की सुनवाई फिलहाल टल गई है। सनद रहे कि इस हमले में 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे ,जिसमें एटीएस कमांडो संदीप उन्नीकृष्णन और हवलदार गजेन्द्रसिंह भी शामिल थे।