आज हनुमान जन्मोत्सव पर्व मनाया जा रहा है। हर साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन इसे हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। अत: आज के दिन इस विशेष आरती को करने से बजरंगबली प्रसन्न होते है तथा अपने भक्तों के दुखों का निवारण करते हैं। आइए पढ़ें-
हनुमान जी की आरती - Hanuman jee ki aarti
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।
जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।।
अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई।
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए।
लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई।
लंका जारी असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे।
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे।