'कमबैक मैन' वेस्टइंडीज के रामनरेश सरवन ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सिरीज में अपने प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि महीनों तक टीम से बाहर रहने के कारण उन्हें अपने खेल पर ध्यान केन्द्रित करने में मदद मिली।
वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सिरीज में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' का पुरस्कार पाने वाले सरवन ने कहा कि मैं करीब दस महीने तक क्रिकेट से दूर रहा।
सरवन के मुताबिक खिलाड़ी 26-27 वर्ष की उम्र तक क्रिकेट सीखना जारी रखते हैं और परिपक्व होकर 33-34 वर्ष की उम्र तक क्रिकेट में अपना योगदान देते हैं। मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही होगा।
उन्होंने कहा कि मैंने इस दौरान काफी कुछ सीखा और अनुभव प्राप्त किया। मुझे लगता है कि अब मैं इसका अच्छा प्रयोग करूँगा। चोट के कारण करीब दस महीने तक क्रिकेट से दूर रहे सरवन ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सिरीज में वेस्टइंडीज टीम में वापसी की है।
श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक लगाकर उन्होंने अपनी टीम को मेहमानों पर शानदार जीत भी दिलाई। दाएँ हाथ के इस स्टाइलिश बल्लेबाज ने पूरी सिरीज के दौरान 77.75 के औसत से 311 रन बनाए और टूर्नामेंट के श्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए।
वेस्टइंडीज के कप्तान क्रिस गेल ने भी सरवन की फॉर्म में वापसी को लेकर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि सरवन का टीम में नहीं होना हम सभी को खलता था और अब उनकी वापसी हम सबके लिए खुशी की बात है। उन्होंने दिखाया कि तीन नंबर पर वह कितने अच्छे तरीके से अपनी टीम के लिए बल्लेबाजी कर सकते हैं।