मैदान पर प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों पर छींटाकशी के लिए बदनाम ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खेलों में छींटाकशी बहुत आम बात है और इसे खेल भावना की तरह ही लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब इसे लेकर नजरिया बदलना चाहिए। छींटाकशी बहुत आक्रामक और व्यक्तिगत बात है। जब आप टीवी देखते हैं तो आपकी खुद की राय बनती है, लेकिन यह नजरिया बदलना चाहिए।
इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा ज्यादातर खेलों में ऐसा होता है। लोग जब इसे बहुत व्यक्तिगत ले लेते हैं जिससे कई बार समस्या खड़ी हो जाती है।
छींटाकशी से छुटकारे के बारे में उन्होंने कहा इसे खेल भावना की तरह लेना चाहिए। यह सिर्फ मैदान तक ही सीमित होती है।
पूर्व कप्तान सुनील गावसकर के बारे में अपने बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा गावसकर के बारे में मेरे बयान को गलत पेश किया गया। मैं किसी और संदर्भ में कह रहा था।