नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल किए जाने का विरोध संभवत: अपनी स्वायत्तता खोने के डर से कर रहा है।
क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल करने की पिछले काफी समय से कोशिशें की जा रही हैं जबकि 2010 के ग्वांगझू एशियाई खेलों में क्रिकेट इसका हिस्सा था और इस वर्ष दक्षिण कोरिया के इंचियोन में होने वाले एशियाई खेलों में यह इसका हिस्सा है।
भारत ने 2010 के ग्वांगझू एशियाई खेलों में अपनी पुरूष और महिला टीमें भेजने से इंकार कर दिया था और इंचियोन एशियाड के लिए भी बीसीसीआई की ओर से अभी तक कोई पुष्टि नहीं है। बीसीसीआई ने क्रिकेट को ओलंपिक में लाने का भी विरोध किया है।
दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई को डर है कि ओलंपिक में शामिल होने से उसकी स्वायत्तता छिन जाएगी। पिछले कई वर्षों से बीसीसीआई ने भारतीय ओलंपिक संघ और खेल मंत्रालय से दूरी बना रखी है।
क्रिकेट बोर्ड ने हमेशा आरटीआई के दायरे में आने से इंकार किया है और वह खुद को एक स्वायत्त संस्था मानते हुए खेल मंत्रालय से अलग रखता है।
समझा जाता है कि बीसीसीआई का मानना है कि यदि राष्ट्रीय टीम बहु खेलों वाले आयोजनों में हिस्सा लेती है तो वह सरकार के दायरे में आ जाएगी। इसी मुद्दे को लेकर बीसीसीआई और खेल मंत्रालय के बीच लगातार तकरार बना हुआ है।
चार वर्ष पहले जब दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ था तो क्रिकेट के ट्वेंटी 20 प्रारूप को इन खेलों में शामिल करने की बहुत कोशिश की गई थी लेकिन बीसीसीआई ने साफतौर पर इसका हिस्सा बनने से इंकार कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि क्रिकेट 1998 में मलेशिया के कुआलालम्पुर में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में खेला गया था और तब 16 टीमों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था।
भारत भी 1998 में राष्ट्रमंडल खेलों की क्रिकेट प्रतियोगिता का हिस्सा बना था। बीसीसीआई ने उसके बाद से खुद को बहु खेल आयोजनों से लगातार दूर रखा है। एशियाई ओलंपिक परिषद के महासचिव रणधीर सिंह का मानना है कि बीसीसीआई की इस हठधर्मिता से क्रिकेट को वैश्विक रूप नहीं मिल पाएगा। ओलंपिक में शामिल होने से क्रिकेट का दायरा कहीं बढ जाता और ज्यादा देश इसे गंभीरता के साथ खेलते।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वा -एडम गिलक्रिस्ट-पूर्व श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा-न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीवन फलेमिंग और पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली ने भी एक समय क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने का समर्थन किया था।
इस बात के सुझाव सामने आए हैं कि जिस तरह फुटबाल को ओलंपिक में खेला जाता है उसी तरह क्रिकेट भी ओलंपिक में खेला जा सकता है। ओलंपिक फुटबाल में 23 वर्ष से अधिक उम्र के केवल तीन खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनने की अनुमति होती है। क्रिकेट में भी यह नियम लागू हो सकता है। लेकिन जब तक दुनिया का सबसे धनी बोर्ड इस सुझाव के लिए तैयार नहीं होगा तब तक क्रिकेट ओलंपिक में एक सपना ही बना रहेगा। (वार्ता)