मोहाली में भी जारी रहेगा मिशन 'बदला'

गुरुवार, 20 अक्टूबर 2011 (12:24 IST)
लगातार दो मैचों में जीत के बाद उत्साह से लबरेज भारतीय टीम गुरुवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच में जीत के साथ पांच मैचों की श्रृंखला अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी। भारत अगर 3- 0 की निर्णायक बढ़त हासिल कर लेता है तो वह इंग्लैंड में वनडे सिरीज में मिली हार का बदला भी चुकता कर लेगा जबकि इसी दौरे पर हुए ‘वाइटवॉश’ की निराशा को भी कुछ हद तक पीछे छोड़ देगा।

PTI
महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने हैदराबाद और दिल्ली में खेले पहले दो मैचों में आसान जीत दर्ज की थी। हैदराबाद में पहले वनडे में मेजबान टीम ने 126 जबकि दिल्ली में दूसरे मैच में आठ विकेट से जीत हासिल की।

भारत की युवा टीम इंग्लैंड के खिलाफ अपने दबदबे को बरकरार रखना चाहेगी। टीम को इस बात से भी प्रेरणा मिलेगी कि वह 2-0 की बढ़त के साथ आईसीसी एकदिवसीय रैंकिंग में इंग्लैंड को पछाड़कर चौथे स्थान पर पहुंच गई है और एक और जीत के साथ इस स्थान पर उसका दावा मजबूत हो जाएगा। तीसरे मैच की विकेट से हालांकि स्पिनरों के मुकाबले तेज गेंदबाजो को अधिक सहायता मिलने की उम्मीद है।

चोट के कारण सचिन तेंडुलकर, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी यूथ ब्रिगेड पर थी जिसने पहले दो मैचों में निराश नहीं किया। बीसीसीआई ने भी इसके बाद बाकी बचे तीन मैचों के लिए इसी टीम को बरकरार रखा।

खराब फॉर्म से जूझ रहे हरभजन सिंह की एक बार फिर अनदेखी की गई है जिसके कारण भारत के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई एक बार फिर तज गेंदबाज प्रवीण कुमार करेंगे। भारी दबाव के बावजूद भारत के अनुभवहीन तेज गेंदबाजों ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। प्रवीण कुमार ने धारदार गेंदबाजी की है जबकि युवा उमेश यादव ने अपनी तेजी और विकेट लेने की क्षमता से प्रभावित किया है। यादव ने हालांकि अधिक रन खर्च किए हैं।

आर विनयकुमार ने बीच के ओवरों में सहयोगी की बेहतरीन भूमिका निभाई है और दिल्ली में चार विकेट चटकाकर भारत को जीत दिलाने में उनका अहम योगदान था। भारत की यह तेज गेंदबाजी जोड़ी अब मोहाली के विकेट पर गेंदबाजी करने के लिए बेताब होगी जिसे अपनी तेजी और उछाल के लिए जाना जाता है।

श्रृंखला में अब तक चार चार विकेट चटका चुके आर अश्विन और रवींद्र जडेजा ने अपनी फिरकी के जादू से अब तक टीम को हरभजन की कमी महसूस नहीं होने दी है। आलराउंडर के रूप में जडेजा की मौजूदगी टीम को संतुलित करती है और धोनी को अतिरिक्त गेंदबाज भी देती है।

भारत के लिए हालांकि सबसे संतोष की बात उसके बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन जारी है। सलामी बल्लेबाजों पार्थिव पटेल और अजिंक्य रहाणे को छोड़कर उसके सभी बल्लेबाजों ने पहले दो मैचों में रन बनाए।

हैदराबाद में कप्तान धोनी की आक्रामक पारी ने जहां टीम को जीत दिलाई तो दिल्ली में युवा विराट कोहली और गौतम गंभीर छाए रहे। इंग्लैंड के 237 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली ने नाबाद 112 जबकि गंभीर ने नाबाद 84 रन की पारी खेली जिससे भारत ने 36.4 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया।

भारत के लिए एकमात्र चिंता सलामी बल्लेबाज पार्थिव और रहाणे का प्रदर्शन है लेकिन धोनी के विजयी संयोजन के साथ छेड़छाड़ करने की संभावना कम ही है। दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम पर उपमहाद्वीप की परिस्थतियों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने का काफी दबाव होगा जहां गेंद नीची रहती है।

मेहमान टीम के लिए तीसरा मैच करो या मरो का मुकाबला है क्योंकि एक और मैच में हार के साथ टीम श्रृंखला गंवा देगी। टीम अब तक खेल के हर विभाग में नाकाम रही है। हाल में भारत के इंग्लैंड दौरे पर धोनी की टीम को जीत से महरूम रखने वाली टीम मौजूदा श्रृंखला के पहले दो मैचों में 50 ओवर तक बल्लेबाजी करने में भी नाकाम रही है।

टीम के पास कप्तान एलिस्टेयर कुक, क्रेग कीस्वेटर, जोनाथन ट्रॉट, केविन पीटरसन और रवि बोपारा के रूप में उम्दा बल्लेबाज हैं लेकिन ये इकाई के रूप में प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। इंग्लैंड ने पहले दो मैचों में इयान बेल को मौका नहीं दिया है जो हैरानी भरा फैसला है और इस बल्लेबाज का तीसरे मैच में खेलना लगभग तय है।

श्रृंखला में अब तक इंग्लैंड की गेंदबाजी भी साधारण रही है। स्टीवन फिन, जेड डर्नबैक और टिम ब्रेसनैन भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने में नाकाम रहे हैं जिससे जाहिर है कि टीम को भारतीय परिस्थितियों में अपने अनुभवी गेंदबाजों जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी खल रही है।
ग्रीम स्वान और समित पटेल की इंग्लैंड की स्पिन जोड़ी भी परिस्थितियों का फायदा उठाने में विफल रहे हैं जिनके खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों ने पहले दो मैचों में खूब रन बटोरे। शाम को ओस अहम भूमिका निभा सकती है और ऐसे में टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी का फैसला करके मोहाली के विकेट से शुरुआत में मिलने वाली मदद का फायदा उठाना चाहेगी।

टीमें इस प्रकार हैं


भारत- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, पार्थिव पटेल, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, वरुण आरोन, उमेश यादव, आर विनय कुमार, श्रीनाथ अरविंद, राहुल शर्मा, मनोज तिवारी और प्रवीण कुमार।

इंग्लैंड- एलिस्टेयर कुक (कप्तान), क्रेग कीस्वेटर, जोनाथन ट्रॉट, इयान बेल, केविन पीटरसन, रवि बोपारा, जोनाथन बेयरस्टा, ग्रीम स्वान, समित पटेल, टिम ब्रेसनेन, स्टीवन फिन, स्टुअर्ट मीकर, स्काट बोर्थविक, जोस बटलर और एलेक्स हेल्स। (भाषा)

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