नई दिल्ली। दुनिया के सबसे धनी क्रिकेट संगठनों में शुमार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) नियमित रूप से आयकर नहीं अदा करता है। आयकर विभाग को पिछले चार सालों में बीसीसीआई से बकाया राशि के रूप में करीब 370 करोड़ रुपए लेना बाकी है।
मंगलवार के दिन राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने शिवसेना के सांसद संजय राउत के द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी। सिन्हा ने बया कि 30 अप्रैल 2015 को खत्म हुए वित्त वर्ष तक बीसीसीआई ने 369.89 करोड़ रुपए आयकर विभाग को नहीं चुकता किए हैं।
वित्त राज्य मंत्री के मुताबिक कर निर्धारण वर्ष 2004-05 के बाद से आयकर विभाग ने बोर्ड से 2510.48 करोड़ रुपए की टैक्स मांग की, जिस पर बीसीसीआई ने 2140.58 करोड़ रुपए चुका दिए हैं।
सिन्हा ने कहा कि बोर्ड ने विभाग द्वारा लगाए गए कुछ टैक्स के खिलाफ आयकर प्राधिकरण में अपील की है। इसी वजह शेष बकाया राशि को वसूलने की कार्यवाही अभी स्थगित है।
सिन्हा के अनुसार वर्ष 2012-13 में बीसीसीआई से 411 करोड़ रुपए का आयकर वसूला गया, जबकि 2013-14 में 600 करोड़ रुपए और 2014-15 में 376 करोड़ रुपए का टैक्स वसूला।
बीसीसीआई पर आयकर विभाग को वर्ष 2008-09 में 53 करोड़ रुपए, 2010-11 में 100 करोड़ रुपए, 2011-12 में 100 करोड़ रुपए तथा 2012-13 में 116.89 करोड़ रुपए का टैक्स लेना बाकी है।