कोलंबो:भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को यहां दूसरे मैच में जीत के साथ तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट श्रृंखला अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी तो उसे उम्मीद होगी कि संजू सैमसन अपनी प्रतिभा पर खरे उतरकर अपने प्रदर्शन में निरंतरता ला पाएंगे।
श्रीलंका को पहले मुकाबले में 38 रन से हराने के बाद भारत के विजयी संयोजन में बदलाव करने की संभावना नहीं है। टीम प्रबंधन हालांकि अगर ब्रिटेन में टेस्ट दौरे के लिए चुने गए पृथ्वी साव और सूर्यकुमार यादव को आराम देने का फैसला करता है तो टीम में बदलाव हो सकते हैं।
हालांकि उम्मीद है कि यह दोनों कम से कम कल के मुकाबले में खेलेंगे और भारत के श्रृंखला जीतने की स्थिति में उन्हें अंतिम मैच से आराम दिया जा सकता है।
योजना में बदलाव होने की स्थिति में खराब फॉर्म से जूझ रहे मनीष पांडे पर देवदत्त पडिक्कल और रुतुराज गायकवाड़ को तरजीह दी जा सकती है।
मंगलवार को नजरें सैमसन पर होगी जिनसे काफी उम्मीदें हैं लेकिन उन्हें जब भी भारतीय जर्सी में खेलने का मौका मिला तो वे इन उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहे।
सैमसन को शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी के पर्याप्त मौके मिले लेकिन इसके बावजूद वह आठ मैचों में 13.75 की औसत से ही रन बना पाए। सामने आ रहे प्रतिभावान खिलाड़ियों को देखते हुए सैमसन की राह इस प्रदर्शन के साथ आसान नहीं होने वाली।
प्रदर्शन के आधार पर ऋषभ पंत ने सैमसन को काफी पीछे छोड़ दिया है जबकि इशान किशन ने भी सीमित मौके मिलने पर प्रभावी प्रदर्शन किया है।
सीमित ओवरों के क्रिकेट में लोकेश राहुल भी विकेटकीपर के रूप में विकल्प हैं और ऐसे में सैमसन के पास अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने के लिए अधिक समय नहीं है।
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के निदेशक राहुल द्रविड़ को भी सैमसन से काफी उम्मीदें हैं और अगर वह अगले दो मैचों में बड़ा स्कोर बनाने में विफल रहते हैं तो यह श्रृंखला उनके लिए अंतिम मौका साबित हो सकती है।
टीम के लिए हार्दिक पंड्या की बल्लेबाजी फॉर्म भी चिंता का विषय है जो श्रीलंका के खिलाफ अब तक प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने ठीक-ठाक गेंदबाजी की है लेकिन वह पीठ की सर्जरी से पहले की तरह गेंदबाजी करने में नाकाम रहे हैं।
भारतीय गेंदबाजों ने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन किया। युजवेंद्र चहल और वरूण चक्रवर्ती एक बार फिर प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। ये दोनों टीम में कलाई के स्पिनर के स्थान के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं।
यूएई में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए 20 से अधिक खिलाड़ियों का चयन होने की उम्मीद है और ऐसे में चक्रवर्ती तथा चहल दोनों को टीम में जगह मिल सकती है।
श्रीलंका के लिए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की तुलना में टी20 श्रृंखला कड़ी चुनौती होगी क्योंकि उसके पास लगातार बड़े शॉट खेलकर मैच का रुख बदल पाने वाले खिलाड़ी नहीं हैं।
चरिथ असालंका ने पहले मैच में 44 रन की पारी खेलकर भारत पर दबाव डालने का प्रयास किया था लेकिन अहम मौकों की दासुन शनाका की टीम की अनुभवहीनता झलकी। टीम ने सोमवार को अंतिम छह विकेट सिर्फ 15 रन जोड़कर गंवाए।
वानिंदु हसारंगा ने अपनी लेग स्पिन से प्रभावित किया है और सूर्यकुमार को छोड़कर भारत के अन्य बल्लेबाजों को कुछ परेशान करने में सफल रहे हैं।(भाषा)