मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह को आमतौर पर स्पैल साथ साथ में करते हुए देखा जाता है। शमी और बुमराह के हाथ में गेंद हो तो बल्लेबाज दोनों का एक साथ सामना नहीं करना चाहता।
लेकिन आज हालात अगल थे। शमी और बुमराह के हाथ में बल्ला था और जो रूट उनका सामना नहीं करना चाहते थे।
पुछल्ले बल्लेबाज मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने अपने बल्लेबाजी कौशल का अच्छा नमूना पेश करके सोमवार को यहां नौवें विकेट के लिये 89 रन की अटूट साझेदारी करके इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें और अंतिम दिन भारत का पलड़ा भारी कर दिया।
लॉर्ड्स पर नवें विकेट के लिए हुई यह सबसे बड़ी साझेदारी थी। इससे पहले कपिल देव और मदन लाल ने साल 1982 में 66 रनों की साझेदारी की थी। साल 1952 में भारत के लिए नवें विकेट के लिए दो बड़ी साझेदारी हुई थी और दोनों में ही एस शिंदे शामिल थे। शिंदे ने रामचंद के साथ 54 रन जोड़े थे और फिर विजय हजारे के साथ 41 जोड़े थे। साल 2014 में भी अजिंक्य रहाणे और मोहम्मद शमी के बीच में नवें विकेट के लिए 40 रनों की साझेदारी हुई थी।
भारत ने पांचवें दिन लंच तक आठ विकेट पर 286 रन बनाये थे और उसकी बढ़त 259 रन की हो गयी थी। लंच के समय शमी 67 गेंदों पर 52 रन बनाकर खेल रहे थे जिसमें पांच चौके और एक छक्का शामिल है। बुमराह ने नाबाद 30 रन बनाए थे जो उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर है।
जैसे ही दोनों ड्रेसिंग रूम में आए तालियों के साथ दोनों का स्वागत हुआ। यह वीडियो बीसीसीआई ने अपने ट्विटर हैंडल पर डाला।
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A partnership to remember for ages for @Jaspritbumrah93 & @MdShami11 on the field and a rousing welcome back to the dressing room from #TeamIndia.
— BCCI (@BCCI) August 16, 2021
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शमी और बुमराह ने तब जिम्मेदारी संभाली जब भारतीय टीम आठ विकेट पर 209 रन बनाकर 200 रन की बढ़त हासिल करने की स्थिति में भी नहीं दिख रही थी। इन दोनों ने जेम्स एंडरसन से लेकर मोईन अली तक के सामने सहजता से बल्लेबाजी की और अपने शॉट से अपने साथी खिलाड़ियों को भी रोमांचित किया।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि वे बिना किसी दबाव के खेले। ऐसे में शमी के फ्लिक और बुमराह के ड्राइव इंग्लैंड के खिलाड़ियों की पेशानी पर बल डाल रहे थे। इस बीच इन दोनों बल्लेबाजों को जीवनदान भी मिले जिनका उन्होंने फायदा उठाया।
शमी और बुमराह के प्रत्येक शॉट पर भारतीय खिलाड़ी विशेषकर कप्तान विराट कोहली उछल पड़ते। इन दोनों ने कुछ किताबी शॉट भी लगाये।
शमी ने हवा में शॉट खेलने के अपने कौशल का भी अच्छा नमूना पेश किया। धीमी पड़ती पिच पर उन्होंने स्पिनर मोइन अली को निशाने पर रखा। शमी ने इस स्पिनर की लगातार गेंदों पर चौका और मिडविकेट पर 92 मीटर लंबा छक्का जड़कर अपने टेस्ट करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया। इसके लिये उन्होंने 57 गेंदें खेली।
लंच के ठीक 10 मिनट बाद जैसे ही मोहम्मद शमी ने जेम्स एंडरसन की गेंद पर चौका मारा विराट कोहली ने भारत की पारी घोषित कर दी। मोहम्मद शमी ने 70 गेंदो में 6 चौके और 1 छक्के के साथ 56 रन बनाए और जसप्रीत बुमराह ने 64 गेंदो में 3 चौकों के साथ 34 रन बनाए। भारत ने 272 रनों का लक्ष्य इंग्लैंड को दिया है।
खबर लिखे जाने तक जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड को पहले ही ओवर में झटका दे दिया और रोरी बर्न्स बिना खाता खोले अपना कैच सिराज को थमा बैठे। यही नहीं इसके तुरंत बाद शमी ने डॉम सिबली को भी बिना खाता खोले आउट करवा दिया। मतलब बल्ले के बाद अब गेंद से भी यह दोनों खिलाड़ी इंग्लैंड की हालत पस्ता करने लग गए।