आतंक भेजने वालों को बर्दाश्त नहीं 'प्यार का पैगाम'

सीमापार से गुपचुप तरीके से आतंकियों की फौज भेजकर भारत में तबाही मचाने वाले पाकिस्तान को अल्लाह कब अक्ल देगा, यही समझ नहीं आता... दुनियाभर में भारत जैसे शांतिप्रिय देश की मिसाल देते विदेशी अघाते नहीं हैं और दूसरी तरफ पाकिस्तान है, जहां आतंकी न केवल पनाह पाते हैं बल्कि वहां आतंक की फैक्टरियां चलती हैं।
ताजा उदाहरण शाहिद अफरीदी का है। उन्होंने भारत की सरजमीं पर मोहब्बत का पैगाम दिया, लेकिन यह पैगाम पाकिस्तान के तथाकथित कठमुल्लाओं को रास नहीं आया... अफरीदी को लाहौर हाईकोर्ट का नया नोटिस जारी हुआ है जिसने उनकी परेशानियां बढ़ा दी हैं। 
 
यह तो तय है कि चाहे आप जितनी कोशिशें कर लें, पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला। पाकिस्तान की अवाम और वहां के खेल व कलाप्रेमियों को राजनीति की बिसात पर गोटें चलना नहीं आती और वे जब अपने दिल की बात भारत की जमीं पर आकर करते हैं तो उनके लिए अदालतों से नोटिस जारी होने लगते हैं। 
 
रविवार के दिन जिसने भी टीवी पर शाहिद अफरीदी के दिल की बात सुनी होगी या फिर अखबार या इंटरनेट पर उनके बयान को पढ़ा होगा, उन्हें इस बात की खुशी हुई होगी कि यह क्रिकेटर वाकई सच बोल रहा है। अफरीदी ने कोलकाता में कहा था कि उन्हें पाकिस्तान से ज्यादा प्यार भारत में मिलता है। भारत में उन्होंने हमेशा क्रिकेट का लुत्फ उठाया है। भारत आने के लिए हम शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार थे। मैं भारत को हमेशा पसंद करता हूं।
 
अफरीदी का यह बयान कि 'पाकिस्तान से कहीं ज्यादा प्यार उन्हें भारत में मिलता है', यही मुसीबत बन गया। उनके इस बयान पर लाहौर हाईकोर्ट ने भारत में अफरीदी के मौजूदा रिहायशी पते पर नोटिस भेजकर उनके इस बयान के बाबद सफाई मांगी है। लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें अपनी सफाई देने के लिए 15 दिनों का वक्त मुकर्रर किया है। 
 
पाकिस्तान की टीम टी-20 विश्व कप में भाग लेने के लिए 12 मार्च को ही कोलकाता पहुंची थी। टीम की कप्तानी अफरीदी के हाथों में है। सब जानते हैं कि मैदान पर मैच के वक्त अफरीदी अपने ही खिलाड़ियों से गालियां बकते हुए बात करते हैं लेकिन 13 मार्च को जब वे मीडिया से मुखातिब हुए तो उनकी जुबान चाशनी में डूबी हुई लग रही थी।
 
मेहमाननवाजी से अभिभूत अफरीदी ने भारत में मिलने वाले प्यार को पाकिस्तान से कहीं अधिक बताकर पाकिस्तान में बैठे कठमुल्लों को नाराज नहीं किया, बल्कि उनका भारत प्रेम पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद को भी रास नहीं आया।
अफरीदी के बयान पर जावेद मियांदाद किस तरह से तिलमिलाए, अगले पन्ने पर पढ़ें...

शाहिद अफरीदी के बयान से पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद तो इतने तिलमिलाए कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस तरह के बयान देने वाले खिलाड़ियों को खुद पर शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन क्रिकेटरों को इस तरह की चीज कहने से पहले खुद पर शर्म करनी चाहिए। गौर करने वाली बात यह है कि जावेद मियांदाद अंडरवर्ल्ड सरगना और दुनिया के मोस्ट वांटेड अपराधी दाऊद इब्राहीम के समधी हैं। 
जावेद मियांदाद दोमुंही बातें करने के लिए मशहूर हैं। जब पाकिस्तान में रहते हैं तो भारत को कोसते हैं और भारत में आते हैं तो यहां के क्रिकेट माहौल की तारीफ करते उनकी जुबां थकती नहीं। जब वे क्रिकेट खेलते थे और मुंबई में शिवसेना ने पाकिस्तानी टीम के मैच न होने की चेतावनी दे डाली थी, तब वे चुपके से बाला साहब ठाकरे के निवास 'मातोश्री' पहुंच गए और मिमियाने लगे... आखिर उनकी यह कोशिश रंग लाई और पाकिस्तान मुंबई में मैच खेल पाया...
 
जावेद मियांदाद की मैदान पर बदतमीजी को भला कैसे भुलाया जा सकता है? कभी वो मनोज प्रभाकर से उलझ बैठते थे तो एक बार किरण मोरे को बल्ले से मारने जा पहुंचे। शारजाह में ऑस्ट्रेलेशिया कप के फाइनल में जब चेतन शर्मा की अंतिम गेंद पर विजयी छक्का लगाया तो इतने बावले हो गए कि स्टंप्स के ऊपर से मंकी जंप लगा दी। इस वाकये का जब भी जिक्र आता है तो क्रिकेट में दखल रखने वालों को मियांदाद की वो चुलबुली मंकी जंप भी याद आ जाती होगी...
 
बहरहाल, अभी तो शाहिद अफरीदी अपने बयान के बाद पाकिस्तान के लिए खलनायक बने हुए हैं। अदालत के नोटिस को वे भले ही हल्के में लें लेकिन इसका असर खुद के और टीम के प्रदर्शन पर जरूर पड़ेगा। संयोग देखिए कि 13 मार्च को जब अफरीदी कोलकाता में बैठकर भारत में लोगों से मिले प्यार को जाहिर कर रहे थे, उसी वक्त दिल्ली में यमुना किनारे श्री श्री रविशंकर के विश्व सांस्कृतिक महोत्सव के समापन अवसर पर पाकिस्तान से आए 100 से ज्यादा कलाकार अपनी नृत्य प्रस्तुति दे रहे थे। 
 
इन कलाकारों में से एक युवती से जब प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उसने कहा कि हम पाकिस्तान से मोहब्बत का पैगाम लेकर आए हैं, हम वहां की खुशबू लेकर आए हैं और यहां आकर हमें जो मिला है, वह बयान नहीं कर सकते। गुरुदेव (श्रीश्री रविशंकर) ने हमें खुशी के जो लम्हें दिए हैं, वे ताउम्र हमारे साथ चलते रहेंगे। सनद रहे कि 'आर्ट ऑफ लिविंग' के दुनियाभर में सबसे ज्यादा अनुयायी पाकिस्तान में हैं...! 

ऐसी बात नहीं है कि शाहिद अफरीदी ने भारत में आकर भारत प्रेम की बात कही है। इसके पहले वे कई बार पाकिस्तानी मीडिया के सामने भी भारत की तरफदारी कर चुके हैं। हाल ही में जब बांग्लादेश के मीरपुर में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से धराशायी किया तो पाकिस्तानी क्रिकेटप्रेमी इसे पचा नहीं पाए थे। तब अफरीदी ने कहा था कि खेल को सिर्फ खेल तक सीमित रखना चाहिए। हार-जीत तो खेल का हिस्सा मात्र है। 
 
सोशल मीडिया में अफरीदी का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे भारत की बेवजह आलोचना करने पर पाकिस्तान की मीडिया की जमकर खिंचाई करते हुए दिखाई रहे हैं। वीडियो में अफरीदी फरमाते हैं कि जब पाकिस्तान के घरों में शादियां भारतीय तौर तरीकों से होती हैं, हर घर में भारतीय सीरियल चल रहे होते हैं तो फिर ऐसे में भारत से इतनी नफरत क्यों? 

आप भी देखिए अफरीदी का यह वीडियो
कायदे से तो अफरीदी की दिलेरी की दाद देनी चाहिए क्योंकि उनका ताल्लुक एक ऐसे देश से है, जहां खेल भावना का वहां की हुकूमत और कानून से कोई वास्ता नहीं है। याद रहे कि जब विराट कोहली के एक पाकिस्तानी प्रशंसक ने उनकी जानदार पारी को सलाम करते हुए घर की छत पर चढ़कर तिरंगा लहरा दिया तो उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया, वो भी कई सालों के लिए। दुश्मनी से कभी दिल नहीं जाते जनाब...इस आग पर अब तो पानी का छिड़काव कर दीजिए, देखना मिट्‍टी की सौंधी-सौंधी खुशबू सारे गिले-शिकवे दूर कर देगी। कोशिश तो करिए, दिल और दिमाग में भरे कूड़े-करकट को फेंकने की... 

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