पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज जो रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से भी जाने जाते हैं, शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज और कोच वकार युनुस और बल्लेबाज और कोच मिस्बाह उल हक की इस्तीफे देने के बाद आलोचना की है।
ट्विटर पर डाले गए 1 मिनट के वीडियो में उन्होंने यहां तक कहा कि यह एक कायरता भरा कदम है। शोएब अख्तर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस्तीफे के लिए दोनों पर कोई दबाव डाला गया है दोनों ने खुद से ही इस्तीफा दिया है।
अगर कोई मुझसे कहता कि आप इस्तीफा दो तभी मैं इस्तीफा दूंगा। लेकिन यहां पर दोनों ने बिना कहे ही इस्तीफा दे दिया है वह भी तब जब टी-20 विश्वकप बहुत नजदीक है। यह निश्चित तौर पर एक कायरता भरा कदम उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि विश्वकप जैसे टूर्नामेंट से पहले देश को आपकी जरूरत थी लेकिन आपने सिर्फ इस डर से इस्तीफा दे दिया कि कहीं पाकिस्तान क्रिकेट टीम का प्रदर्शन खराब रहा तो गाज आप पर ना गिरे। मिस्बाह उल हक को को तो पाक टीम से जुड़े सिर्फ 2 साल ही हुए थे।
गौरतलब है कि दोनों ही कोच पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके हैं। वकार युनुस की कप्तानी में तो शोएब अख्तर खेले भी हैं। हालांकि उन्होंने अपने शब्दों पर कोई लगाम नहीं लगाई।
रमीज राजा के PCB अध्यक्ष बनने के बाद दिया इस्तीफा
सोमवार को पाकिस्तान के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने एक चौंकाने वाले फैसले में टी20 विश्व कप से एक महीने पहले अपने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने घोषणा की कि देश के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी सकलैन मुश्ताक तथा अब्दुल रज्जाक फिलहाल अंतरिम कोच होंगे।
पीसीबी ने कहा कि सकलैन और रज्जाक न्यूजीलैंड श्रृंखला के लिए अंतरिम कोच के तौर पर टीम प्रबंधन से जुड़ेंगे।मिस्बाह और वकार को सितंबर 2019 में नियुक्त किया गया था और अभी भी उनके अनुबंध में एक-एक साल का कार्यकाल बाकी था।
अचानक हुए इस बदलाव को 13 सितंबर को पूर्व टेस्ट कप्तान रमीज राजा के बोर्ड के नए अध्यक्ष के बनने से जोड़कर देखा जा रहा है।