नई दिल्ली: भारतीय आलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने सोमवार को प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की।
सैंतीस वर्षीय बिन्नी ने अपने करियर की शुरुआत अपने राज्य कर्नाटक की तरफ से की। उन्होंने भारत की तरफ से छह टेस्ट, 14 वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया। उनके पिता रोजर बिन्नी भी भारत की तरफ से खेलते थे।
बिन्नी ने बयान में कहा, मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मैंने प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने से मुझे बहुत खुशी मिली और मुझे इस पर गर्व है।
बिन्नी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक रन नहीं बनाये लेकिन उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ जून 2014 में ढाका में खेले गये वनडे मैच में केवल चार रन देकर छह विकेट लिये थे।
बिन्नी को 95 प्रथम श्रेणी मैचों में खेलने का अनुभव भी है। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें कुछ टेस्ट मैचों में भी आजमाया लेकिन उन्हें विशेष सफलता नहीं मिली।
इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई 2014 में अपने पदार्पण टेस्ट मैच में उन्होंने 78 रन बनाये। यह छह टेस्ट मैचों में उनका एकमात्र अर्धशतक है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ 2016 में एक टी20 मैच में एक ओवर में 31 रन लुटाने से उनका अंतरराष्ट्रीय करियर भी समाप्त हो गया।
बिन्नी ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड, विभिन्न टीमों, साथी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में आगे बढ़ने में उनकी मदद की।
भारतीय ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी की पत्नी मयंती लैंगर एक ख्यात टीवी चैनल में खेल पत्रकार के रुप में कार्यरत हैं। उन्होंने चैनल के लिए फुटबॉल कैफे, ज़ी स्पोर्टस, 2010 फीफा वर्ल्ड कप, 2010 कॉमन वेल्थ गेम्स, 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप, फर्स्ट सुपर लीग 2014 और 2015 आईसीसी वर्ल्ड कप जैसे शो होस्ट किए हैं।
उनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल संजीव लैंगर ने यूनाइटेड नेशंस में काम किया है और उनकी माता प्रीमिंडा शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए पुरुस्कार जीत चुकी हैं। मयंती दिल्ली के हिंदू कॉलेज से बीए हॉनर्स ग्रेज्युएट हैं। स्टुअर्ट बिन्नी और मयंती लैंगर की शादी 2013 में हुई।हाल ही में वह मां बनी है।