भारत ने पहली पारी में 50 से 70 रन कम बनाए : गावस्कर

गुरुवार, 18 दिसंबर 2014 (23:42 IST)
नई दिल्ली। अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 408 रन बनाकर मजबूत स्थिति में बने रहने का मौका गंवा दिया। 
भारत ने सुबह चार विकेट पर 311 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन वह इसके बाद अपनी पहली पारी में 97 रन ही जोड़ पाया। ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब में दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 221 रन बनाए हैं और वह भारत से 187 रन पीछे है। 
 
गावस्कर ने कहा, दूसरे दिन के बाद दोनों टीमें बराबरी पर हैं। मैं यह कहूंगा कि भारत थोड़ा बेहतर स्थिति में है। यह अच्छा रहा कि भारत स्टंप उखड़ने से पहले शान मार्श को आउट करने में सफल रहा। अब उन्हें कल लंच से पहले ऑस्ट्रेलिया को आउट करने पर ध्यान देना चाहिए। 
 
भारत की बल्लेबाजी के बारे में गावस्कर ने कहा, यह निराशाजनक रहा कि रोहित शर्मा अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए। मुझे उम्मीद थी कि भारत 450 से अधिक रन बनाएगा। यदि वे ऑस्ट्रेलिया को 300 रन पर आउट कर देते हैं तो इस तरह से उन्हें 150 से 170 रन की बढ़त मिल जाती। 
 
गावस्कर ने कहा, एक समय तो 400 रन बनना भी मुश्किल लग रहा था लेकिन अश्विन और धोनी ने अच्छी साझेदारी की। रविचंद्रन अश्विन (35) और महेंद्र सिंह धोनी (33) ने सातवें विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी की जिससे टीम 400 रन के पार पहुंची। 
 
गावस्कर ने कहा कि भारतीय गेंदबाजों को बेहतर गेंदबाजी करनी चाहिए हालांकि वह उमेश यादव (48 रन देकर तीन विकेट) के प्रदर्शन से प्रभावित दिखे।
उन्होंने कहा, यादव ने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की। वे बेहतर लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते रहे और लग रहा था कि वे विकेट ले सकते हैं। 
 
तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने रन लुटाने जारी रखे। उन्होंने 12 ओवर में 59 रन लुटाए और गावस्कर ने कहा कि उन्हें अपनी गेंदबाजी पर नियंत्रण रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा, वे तेज गेंदबाजी करने के लिए टीम में हैं और वे ऐसा कर रहे हैं, लेकिन उनकी रन लुटाने की आदत है। 
 
गावस्कर ने कहा, वे बहुत अधिक फुललेंथ गेंदें करते हैं और इस तरह से रन लुटाते हैं। मेरा मानना है कि जब वे गेंदबाजी करते हैं, तब क्षेत्ररक्षण में बदलाव किया जाना चाहिए। यदि मिड ऑफ, मिड ऑन पर क्षेत्ररक्षक खड़ा कर दिया जाए तो इससे रन बच सकते हैं। 
 
गावस्कर ने कहा, भारतीय तेज गेंदबाज भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के समान तेजी से गेंदबाजी कर रहे हैं लेकिन उन्हें अपनी लाइन और लेंथ पर ध्यान देने की जरूरत है। (भाषा) 

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