वेस्टइंडीज दौरे पर रवाना होने से पहले सोमवार को यहां विराट के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुंबले से यह पूछा गया कि वे विराट की मैदान पर आक्रामकता को कैसे संभालेंगे? तो कुंबले ने कहा कि मैं विराट की आक्रामकता को नहीं बदलूंगा, क्योंकि मैं भी उन्हीं की तरह आक्रामकता के साथ खेलता था। मैं शायद आखिरी इंसान हूं, जो विराट के इस रवैए को बदलना चाहूंगा। क्रिकेट के खेल में आक्रामकता की जरूरत होती है और यह अच्छी बात है।
भारतीय टीम के साथ कोच के तौर पर अपने पहले दौरे को लेकर कुंबले ने कहा कि मैं जानता हूं कि मुझसे काफी उम्मीद हैं और ऐसा हमेशा होता है इसमें तो कोई बदलाव नहीं आएगा। लेकिन मुझे यकीन है कि टीम वहां अच्छा करेगी। हमारी टीम में कम खिलाड़ी ही ऐसे हैं जिन्होंने वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट खेला है और यह उनके लिए भी मौका होगा।
आगामी सत्र में लंबे टेस्ट कार्यक्रम और उसकी तैयारियों के लिहाज से भी कोच ने वेस्टइंडीज सीरीज को अहम बताया। उन्होंने कहा कि आगामी कार्यक्रम में हमें 17 टेस्ट मैच खेलने हैं और इसलिए हमारे पास मौका रहेगा कि हम वेस्टइंडीज हो या कोई और सीरीज हम अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखें। हर स्थिति में हम जीतने के सकारात्मक रुख के साथ उतरें, यह भी जरूरी है।