प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हुई कोच्चि टस्कर्स केरल का इरादा जीत के साथ आईपीएल से रवानगी का होगा लेकिन अपने मैदान पर अपराजेय चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उसकी राह बहुत कठिन है। चेन्नई के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह मुकाबला बेमेल लग रहा है हालांकि कोच्चि उलटफेर कर सकती है।
महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने अपने मैदान पर सभी छह मैच जीते हैं। अंकतालिका में दूसरे स्थान पर काबिज चेन्नई ने 12 में से आठ मैचों में जीत दर्ज की है।
दूसरी ओर कोच्चि के प्लेऑफ में पहुंचने की कोई सूरत नजर नहीं आ रही। इसके लिए उसे न सिर्फ चेन्नई को बड़े अंतर से हराना होगा बल्कि यह दुआ भी करनी होगी कि कोलकाता नाइट राइडर्स और किंग्स इलेवन पंजाब अपने बाकी दो मैच हार जाएं।
कोच्चि के लिए यह आखिरी लीग मैच है जबकि चेन्नई को 22 मई को बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स से आखिरी मैच खेलना है। कोच्चि ने पिछले मैच में डकवर्थ-लुईस प्रणाली से चेन्नई को हराया था। उसके बाद से हालांकि हालात बिल्कुल बदल चुके हैं। चेन्नई ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि कोच्चि ऐसा नहीं कर सकी।
कोच्चि के नियमित कप्तान महेला जयवर्धने इस मैच में नहीं होंगे जो इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला की तैयारी के लिए श्रीलंका रवाना हो गए।
जयवर्धने की गैर मौजूदगी में पार्थिव पटेल कोच्चि की बागडोर संभालेंगे। कोच्चि की समस्या ब्रेंडन मैकुलम, ब्रैड हॉज और ओवैस शाह जैसे स्टार खिलाड़ियों का लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना है। हॉज ने हालांकि राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ पिछले मैच में प्रभावित किया।
कोच्चि ने टूर्नामेंट की शीर्ष तीन टीमों चेन्नई, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स को हराया है लिहाजा उसे एकबारगी नकारा नहीं जा सकता।
कोच्चि के गेंदबाज भी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके हैं। रूद्रप्रताप सिंह ने निराश किया जबकि एस श्रीसंत अपनी चिर परिचित तुनकमिजाजी से उबर नहीं सके। दूसरी ओर शानदार फॉर्म में चल रहे चेन्नई सुपर किंग्स का इरादा पिछली हार का बदला चुकता करने का होगा।