इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारत के पिछले इंग्लैंड दौरे में टीम इंडिया के प्रदर्शन की कड़ी आलोचना करते हुए कुछ खिलाड़ियों के लिए आपत्तिजनक शब्द (गधे) का प्रयोग कर डाला था लेकिन इंग्लैंड के भारत दौरे में पहले तीन वनडे गंवा देने के बाद अब क्या गधे शब्द का प्रयोग अपने देश के खिलाड़ियों के लिए करेंगे?
हुसैन ने पिछली सिरीज में कमेंट्री के दौरान कुछ भारतीय खिलाड़ियों के क्षेत्ररक्षण पर सवाल उठाते हुए कहा था कि टीम में दो-तीन गधे हैं, जिसकी भारत में कड़ी आलोचना हुई थी और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी उस पर आपत्ति जताई थी।
मौजूदा सिरीज में इंग्लैंड पहले तीन वनडे क्रमश: 126 रन, आठ विकेट और पांच विकेट से गंवा चुका है और उसका भारत में 27 वर्ष के बाद सिरीज जीतने का सपना भी टूट चुका है। इंग्लैंड का पहले दो वनडे में निराशाजनक प्रदर्शन रहा था जबकि तीसरे वनडे में इंग्लिश टीम 298 रन का बडा स्कोर बनाने के बावजूद उसका बचाव नहीं कर पाई थी।
इन तीनों ही वनडे में इंग्लैंड का क्षेत्ररक्षण बेहद लचर रहा है। उसके खिलाड़ियों ने न केवल कैच छोड़े हैं बल्कि कई बार गेंद उनके हाथों के नीचे से निकलते हुए सीमा रेखा पार गई। इंग्लैंड ने घरेलू सिरीज में अपने शानदार क्षेत्ररक्षण की बदौलत ही जीत हासिल की थी लेकिन भारत दौरे में गेंद जैसे उनके हाथों से फिसल रही है।
अपनी लगातार पराजय से इंग्लिश खिलाडी इतने बौखला गए हैं कि वे स्लेजिंग पर उतर आए हैं। इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक ने भी स्वीकार किया है कि उनकी फील्डिंग का स्तर गिर गया है।
कुक ने कहा हमारी फील्डिंग अपने वास्तविक स्तर से नीचे चली गई है जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। मोहाली में तीसरे वनडे में हमने कमजोर फील्डिंग के कारण भारत को 20 से 25 रन अतिरिक्त दे दिए और यही हमारी हार का सबसे बड़ा कारण रहा।
दूसरी तरफ अब तक तीनों मैचों में भारतीय टीम ने शानदार क्षेत्ररक्षण किया है। खासकर पहले दो वनडे में भारत की ग्राउंड फील्डिंग, कैचिंग और थ्रो सब कुछ शानदार रहा। भारतीय फील्डिंग में आए इस सुधार को दुनिया के सबसे बेहतरीन क्षेत्ररक्षक माने जाने वाले दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स ने भी स्वीकार किया है।
टीम इंडिया ने सिरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त बनाने के साथ ही अपने बेहतरीन क्षेत्ररक्षण से हुसैन को ऐसा मुंह तोड़ जवाब दे दिया है कि हुसैन अब भविष्य में टीम इंडिया पर कुछ कहने से पहले कई बार सोचेंगे। (वार्ता/ वेबदुनिया)