आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष मैल्कम ग्रे ने कहा है कि क्रिकेट की वैश्विक संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से मैल्कम स्पीड का समय से पहले जाने में नस्ली भेदभाव की बू आती है और यह दिखाता है कि खेल के प्रबंधन पर पैसे और ताकत का प्रभाव बढ़ रहा है।
जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन (जेडसीयू) के वित्तीय खातों पर स्पीड और आईसीसी अध्यक्ष रेल माली तथा सदस्य बोर्डों के बीच बुनियादी मतभेद के कारण इस ऑस्ट्रेलियाई को सवेतनिक छुट्टी पर जाने को कहा गया था।
ग्रे ने 'द एज' से कहा कि मुझे लगता है कि यह अपमानजनक है। स्पीड को हटाना दर्शाता है कि वहाँ परेशानियाँ हैं। ग्रे ने कहा कि इस प्रकरण से आईसीसी की छवि को नुकसान पहुँचा है और इससे बेहतर तरीके से निपटा जा सकता था।
उन्होंने कहा कि चाहे क्रिकेट संस्था हो या निगम, अगर संभव हो तो आपको अपने मन का मैल जनता के सामने नहीं उड़ेलना चाहिए। इस मामले में मुझे लगता है कि इसे पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा सकता था।