Lok Sabha Elections 2024 : केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। इस बार भी मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन यूडीएफ के बीच है। भाजपा का यहां ज्यादा जोर नहीं है, लेकिन कहीं-कहीं वह मुकाबले में दिखाई दे रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी वायनाड से एक बार चुनाव जीत जाएंगे, लेकिन 2019 के मुकाबले उनकी पार्टी की स्थिति कमजोर रहेगी। कांग्रेस ने 2019 में 15 लोकसभा सीटें जीती थीं।
एलडीएफ को आधीसे ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद : सत्तारूढ़ सीपीआईएम के नेतृत्व वाले गठबंधन एलडीएफ को उम्मीद है कि वह इस बार 8 से 12 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है। त्रिशूर, अलाथुर, मावेलिक्कारा, पलक्कड़, अटिंगल, कन्नूर सीटों पर एलडीएफ को 100 फीसदी जीत का भरोसा है। कासरगोड, वडकारा, कोझिकोड, इडुक्की, चलाकुडी और पथानमथिट्टा सीटों पर भी उसे जीत की उम्मीद है। दरअसल, 2019 में अल्पसंख्यक वोटों का ध्रुवीकरण कांग्रेस के पक्ष में हुआ था, लेकिन इस बार ऐसा होता हुआ दिखाई नहीं दिया। एलडीएफ के नेताओं का मानना है कि इस बार चुनाव में एंटी-इन्कंबेंसी का भी ज्यादा जोर दिखाई नहीं दिया।
कांग्रेस को हो सकता है नुकसान : कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को इस बार 2019 जैसी लहर की उम्मीद तो नहीं है, लेकिन उसका मानना है कि उसे आधी से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। हालांकि उसे 2019 की तुलना में नुकसान हो सकता है। कांग्रेस के अनुमान के मुताबिक 2024 के चुनाव में तिरुवनंतपुरम, इडुक्की, एर्नाकुलम, चलाकुडी, कोझिकोड, वडकारा, वायनाड और कासरगोड निर्वाचन क्षेत्रों में उसकी जीत 100 फीसदी पक्की है। पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, त्रिशूर, अलाथुर, पलक्कड़ और कन्नूर सीटों पर कड़ा मुकाबला है। यूडीएफ को सत्ता विरोधी लहर का फायदा मिलने की उम्मीद है। वायनाड सीट पर राहुल गांधी उम्मीदवार हैं, जबकि तिरुवनंतपुरम में शशि थरूर मैदान में हैं। थरूर के खिलाफ केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा को खाता खुलने की उम्मीद : दूसरी ओर, भाजपा को तिरुवनंतपुरम और त्रिशूर सीटों पर जीत की उम्मीद है। तिरुवनंतपुरम में केन्द्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर मैदान में हैं और त्रिशूर में फिल्म अभिनेता सुरेश गोपी को भाजपा ने टिकट दिया है।
2019 में गोपी को 2.93 लाख वोट मिले थे। इसलिए भाजपा को उम्मीद है कि गोपी त्रिशूर सीट निकाल लेंगे। भाजपा को तिरुवनंतपुर सीट पर भी जीत की उम्मीद है, क्योंकि पिछले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार थरूर के मुकाबले करीब 1 लाख वोटों से हारा था। इस बार भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री राजीव को मैदान में उतारा है। बीजेपी को अट्टिंगल, अलाप्पुझा और पलक्कड़ सीटों पर भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।