भोपाल-मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार के 18 साल के शासन काल के खिलाफ कांग्रेस ने आज आरोप पत्र जारी कर जमकर प्रहार किया। आरोप पत्र जारी करते हुए पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार विश्व की सबसे अधिक घोटाले करने वाली सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने अपने 18 साल के कार्यकाल में घोटाले पर घोटाले कर भ्रष्टाचार का कीर्तिमान रच दिया है। शिवराज सरकार के काले कारनामों का काला चिट्ठा बहुत लंबा है,जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण महाघोटालों को शामिल कर कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार के 18 साल के कार्यकाल की घोटाला-शीट तैयार की है। इससे मध्य प्रदेश की जनता को 50 प्रतिशत कमीशनराज की तथ्यात्मक हकीकत भली भांति समझ आ जाएगी।
कमलनाथ ने कहा कि संसार में ऐसा उदाहरण कम ही मिलेगा जब किसी मुख्यमंत्री ने गर्भस्थ शिशु से लेकर मृत्यु को प्राप्त हो चुके मनुष्य तक को अपने घोटाले में शामिल कर लिया हो और इतना ही नहीं घोटाला करने में भगवान को भी ना छोड़ा हो।
कमलनाथ ने कहा कि पोषण आहार घोटाले में शिवराज सरकार ने गर्भवती महिलाओं और गर्भस्थ शिशुओं के साथ भ्रष्टाचार किया। राशन घोटाले में सभी नागरिकों के भोजन में घोटाला किया। आयुष्मान घोटाले में मृतकों के नाम पर उपचार कराकर संसार से विदा हो चुके मृतकों के नाम पर भी घोटाला कर दिया। यही एक ऐसी सरकार है जिसने सिंहस्थ और महाकाल लोक घोटाले में भ्रष्टाचार कर भगवान के साथ भी धोखा किया है। शायद इन्हीं जैसे बेईमानों के लिए यह गाना लिखा गया था-भगवान को धोखा देते हैं, इंसान को यह क्या छोड़ेंगे?
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार कमीशन, भ्रष्टाचार और घोटालों को अपना अधिकार समझने लगी है। इसीलिए जब एक ठेकेदार ने कमीशन राज से दुखी होकर पत्र लिखा और प्रतिष्ठित समाचार पत्रों ने उसे पत्र को प्रकाशित किया तथा कांग्रेस के नेताओं ने उन समाचारों को ट्वीट किया तो बजे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की शिवराज सरकार के इशारे पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पूरे प्रदेश में मुकदमे दर्ज करने का अभियान शुरू कर दिया गया। लेकिन कल रीवा के दूसरे ठेकेदार ने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि गौशाला निर्माण में भी 50 प्रतिशत कमीशनराज चल रहा है, इससे पता चलता है कि शिवराज सरकार चोरी और सीनाजोरी पर उतर आई है।
कांग्रेस के आरोप पत्र में क्या?-कांग्रेस ने घोटाला शीट में जिन प्रमुख घोटालों का जिक्र किया गया है,उनमें 15000 करोड रुपए का पोषण आहार घोटाला,12000 करोड रुपए का मिड-डे मील घोटाला, 9500 करोड रुपए का आंगनबाड़ी नल जल घोटाला, 600 करोड रुपए का गणवेश घोटाला, 2000 करोड रुपए का सर्व शिक्षा अभियान घोटाला, 2000 करोड रुपए का व्यापम महा घोटाला, 2000 करोड रुपए का नर्सिंग घोटाला, 3000 करोड़ रुपए का कौशल घोटाला, 2500 करोड़ रुपए का पैरामेडिकल छात्रवृत्ति घोटाला, 94000 करोड़ का बिजली घोटाला, 10,000 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला और 50,000 करोड रुपए का चेक पोस्ट घोटाला शामिल है।
कमलनाथ ने कहा कि आज जो घोटाला शीट जारी की जा रही है उसे कांग्रेस के कार्यकर्ता मध्यप्रदेश के हर घर तक पहुंचाएंगे, ताकि मध्य प्रदेश की जनता यह जान सके कि उनके साथ किस तरह लूट की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश का हर व्यक्ति या तो भ्रष्टाचार का शिकार है या भ्रष्टाचार का गवाह है। शिवराज सरकार में कोई भी काम पैसे के लेनदेन के बिना नहीं होता।