Umaria News: उमरिया जिले की चदिया तहसील में गोंड-बैगों ने पुलिस बल को दौड़ा-दौड़ाकर मारा। इस मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और उमरिया पुलिस आमने-सामने आ गए और चोटिल हुए हैं। गोड़वाना पार्टी और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव हुआ है। इस पूरे घटनाक्रम में एएसपी समेत अनेक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
इस मामले में रेलवे स्टेशन चौक में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के जन धरने पर बैठ गए जिससे आवागमन प्रभावित हुआ और जाम के हालत बन गए। पूरे घटनाक्रम में ASP प्रति पाल महोबिया के अलावा महिला टीआई सहित अनेक पुलिसकर्मी चोटिल हुए हैं। एहतियात तौर पर भारी पुलिस बल लगाया गया।
इस उपद्रव के दौरान अन्य पुलिसकर्मियों व वाहनों पर पथराव भी किया गया जिसमें 2 एडिशनल एसपी, 1 एसडीओपी, 2 टीआई, चौकी प्रभारी सहित 23 पुलिसकर्मी व 2 दमकलकर्मी भी घायल हो गए। 4 को जबलपुर रेफर किया गया है जबकि अन्य का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चंदिया चौक पर जमे कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पुलिस को दमकल का सहारा लेना पड़ा। जब पानी की बौछार की जाने लगी तो कार्यकर्ता इधर-उधर भागने लगे और पुलिस पर हमला कर दिया। उन्होंने दमकल वाहन पर पत्थरों की बौछार कर दी जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
गंभीर रूप से घायल एडिशनल एसपी प्रतिपाल सिंह महोबिया व रामकृष्ण साहू, चंदिया थाना प्रभारी मंजू शर्मा व चौकी प्रभारी अमर बहादुर सिंह को सिर में गंभीर चोट लगने पर जबलपुर रेफर किया गया है। नौरोजाबाद थाना प्रभारी अरुणा द्विवेदी, एसडीओपी नागेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मियों का इलाज उमरिया में चल रहा है।
मंत्री मीना सिंह के विरुद्ध गोंगपा के नेता कई बार आरोप लगा चुके हैं। उनका कहना है कि बस्ती विकास मद के करोड़ों रुपये मनमाने ढंग से खर्च कर दिए गए हैं। विद्युतीकरण किया जाना था, लेकिन यह कार्य भी नहीं हो पाया। दूसरी ओर जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह का कहना है कि पुलिसकर्मियों पर इस तरह हमला नहीं करना चाहिए। गोंगपा लगातार मुझ पर आरोप लगा रही है। इसके पीछे की वजह चुनाव है। गोंगपा के नेताओं के पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं।
इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और उपद्रवियों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। शहर में पुलिस बल तैनात कर उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है।