भोपाल। सीधी में ओवरलोडिंग के चलते हादसे का शिकार हुई यात्री बस में 51 मौतों के बाद अब प्रदेश का परिवहन विभाग नींद से जाग गया है। परिवहन विभाग आज से पूरे प्रदेश में ओवरलोडिंग रोकने के लिए सात दिनों का विशेष अभियान चलाने जा रहा है। वहीं सीधी बस हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 32 सीटर बस में 62 यात्री सवार होने पर सीधी आरटीओ को भी निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री के सख्त तेवर के बाद अब प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत समेत पूरा विभागीय अमला सड़क पर नजर आएगा। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश में विशेष चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए है।
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुताबिक यात्री बसों के संचालन को नियंत्रित करने के लिये मैं खुद भी सड़कों पर बसों का औचक निरीक्षण करूंगा। किसी भी प्रकार की अनियमितता मिलने पर बस मालिक के साथ संबंधित परिवहन अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
आज से शुरु हो रहे 7 दिवसीय विशेष चेकिंग अभियान में यात्री वाहनों के परमिट की वैधता,बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र, परमिट से भिन्न मार्ग पर चलने वाले यात्री वाहन,क्षमता से अधिक सवारी ले जाने वाले, भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में चलने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जाने, बीमा एवं टैक्स संबंधी प्रपत्रों की जाँच की जाएगी। चेकिंग अभियान में कागजातों में कमी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बसों की रफ्तार पर लगेगा ब्रेक- सीधी बस हादसे में तेज रफ्तार भी एक बड़ा कारण सामने आ रही है। इसके लिए अब यात्री बसों में स्पीड गवर्नर लगाए जाने के नियम का सख्ती से पालन कराया जाएगा। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के मुताबिक यात्री वाहनों के दुर्घटना की एक वजह इनका तेज रफ्तार से चलना भी है। इसलिए अब चैकिंग के दौरान अधिकारी स्पीड गवर्नर लगे हैं या नहीं, इसको भी चेक करेंगे।