प्रेग्नेंसी के दौरान, महिलाओं को हेल्दी रूटीन फ़ॉलो करने की सलाह दी जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान, महिलाओं की डाइट, थिकिंग और उनकी सेहत का सीधा असर बच्चे की हेल्थ पर पड़ता है। इन दिनों में योगाभ्यास करना भी मां और होने वाले बच्चे की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। हालांकि, आपको योगाभ्यास शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। प्री-नेटल योगा कब से शुरू करना चाहिए और इसके क्या फायदे हैं, आज इस आलेख में हम आपको इसके बारे में बताएंगे। ALSO READ: गर्भावस्था की पहली तिमाही में न खाएं ये चीजें वरना शिशु को होगा नुकसान
कब से शुरू करना चाहिए प्री - नेटल योगा? (What trimester should you do prenatal yoga)
प्री-नेटल योगा यानी प्रेग्नेंसी के दौरान, अगर आप योगाभ्यास शुरू करती हैं, तो इसके लिए सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर से पूछना चाहिए।
प्री-नेटल योगा को शुरू करने का सही समय दूसरी तिमाही यानी चौथे महीने से होता है।
पहली तिमाही यानी फर्स्ट ट्राइमेस्टर के दौरान, महिलाओं को शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण, महिलाओं को काफी असुविधा महसूस होती है और इसकी वजह से उन्हें किसी भी फिजिकल वर्कआउट को करने या फिर बहुत ज्यादा काम करने से मना किया जाता है।
फर्स्ट ट्राइमेस्टर में आप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकती हैं। लेकिन, फर्स्ट ट्राइमेस्टर में योगाभ्यास न करें।
प्री-नेटल योगा से महिलाओं को शारिरिक और मानसिक स्थिति में सुधार होता है। इससे आपको मेंटली भी ताकत मिलती है। डिलीवरी के टाइम पर महिलाओं का मेंटली स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। इससे आप पॉजिटिव रहती हैं और इस पॉजिटिविटी का असर आपके होने वाले बच्चे पर भी होता है। यहां तक कि डिलीवरी के बाद रिकवरी भी अच्छे से और जल्दी होगी।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।