अटलजी 12 बार सांसद रहे, तीन बार बने प्रधानमंत्री, बताया- कैसे चलता है गठबंधन

Webdunia
गुरुवार, 16 अगस्त 2018 (19:19 IST)
अटलबिहारी वाजपेयी देश के पहले ऐसे गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बने जिन्होंने बतौर प्रधानमंत्री 5 साल सरकार चलाई तथा इससे पहले ऐसा कोई भी बड़ा नेता नहीं कर पाया था। अटलबिहारी वाजपेयी इतने चर्चित और लोकप्रिय थे कि उन्होंने एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया। वे पहले ऐसे सांसद बने जिन्हें 4 राज्यों यूपी, एमपी, गुजरात और दिल्ली से चुना गया था।
 
अटलबिहारी वाजपेयी देश के पहले ऐसे राजनेता थे जिन्होंने पहली बार गठबंधन की सरकार बनाई। न सिर्फ उन्होंने सरकार बनाई बल्कि सभी को साथ लेकर भी चले। उनके इस सफल प्रयास ने भारतीय राजनीति को हमेशा हमेशा के लिए बदलकर रख दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के झंडे 23 दलों को एकत्र कर सरकार बनाई थी।

अटलजी 47 साल तक संसद के सदस्य रहे। वह 10 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए। एकमात्र बार वह 1984 में लोकसभा चुनाव हारे थे जब कांग्रेस के माधवराव सिंधिया ने ग्वालियर में उन्हें करीब दो लाख वोटों से शिकस्त दी थी। वाजपेयी ने 10वीं, 11वीं, 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा में 1991 से 2009 तक लखनऊ का प्रतिनिधित्व किया। 
 
दूसरी और चौथी लोकसभा के दौरान उन्होंने बलरामपुर का नेतृत्व किया, पांचवीं लोकसभा के लिए वह ग्वालियर से चुने गए जबकि छठीं और सातवीं लोकसभा में उन्होंने नई दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया।वाजपेयी 1962 और 1986 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। 
 
मुंबई में पार्टी की एक सभा में दिसंबर 2005 में वाजपेयी ने चुनावी राजनीति से अपने को अलग करने की घोषणा की। वह करीब 47 सालों तक सांसद रहे।
 
वाजपेयी 1996 से 2004 के बीच तीन बार प्रधानमंत्री भी रहे। पहली बार 13 दिन के लिए, फिर 1998 और 1999 के बीच 13 महीनों के लिए। अक्टूबर 1999 में बनी भाजपा की अगली सरकार ने उनके नेतृत्व में अपना कार्यकाल पूरा किया। 

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