NEET UG paper leak : CBI ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (NEET-UG) प्रश्नपत्र लीक मामले में बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने एम्स पटना के 3 डॉक्टरों से पूछताछ की है। पूछताछ के बाद तीनों को हिरासत में ले लिया गया। तीनों डॉक्टर 2021 बैच के स्टूडेंट हैं। सीबीआई ने इनके कमरे को भी सील कर दिया है। ALSO READ: NEET पेपर लीक मामले में CBI को मिली बड़ी सफलता, 2 गिरफ्तार, NTA के ट्रंक से चुराया था पेपर
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि कुमार ने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र चुराया था।
अधिकारियों के मुताबिक, बोकारो निवासी कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सीबीआई ने राजू सिंह नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर पेपर चुराने में कुमार की मदद की थी। सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने 6 प्राथमिकी दर्ज की हैं। बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज शेष प्राथमिकी अभ्यर्थियों के स्थान पर किसी और के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।
नीट-यूजी का आयोजन एनटीए द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। इस साल यह परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे। इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।