जम्मू। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में रात को बादलों ने जबरदस्त तबाही मचाई है। यह तबाही कितनी थी इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बादल फटने की तीन घटनाओं में 40 के करीब जो लोग लापता हुए थे उनमें से अभी तक सिर्फ 7 के ही शव मिल पाए हैं। कई मकान जमींदोज हो चुके हैं। एक पनबिजली परियोजना को भी क्षति पहुंची है।
किश्तवाड़ जिले में बुधवार तड़के बादल फटने से 40 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। इसके बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। अभी तक 7 लोगों के शव मिल चुके हैं। जानकारी के अनुसार बुधवार तड़के किश्तवाड़ जिले के होंजर दचान गांव में बादल फट गया। पुलिस के दावानुसार बचाव दल ने मलवे में दबे 7 शव बरामद किए हैं जबकि 17 घायल लोगों को बचा लिया है। अभी भी गांव के 14 लोग लापता हैं।
केंद्र सरकार भी इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखे हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के बाद उत्पन्न स्थिति की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल के जरिए देते हुए कहा कि किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के मद्देनजर केंद्र सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस घटना पर दु:ख जाहिर करते हुए हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने लापता लोगों का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए बचाव दल को कार्य में तेजी लाने के लिए भी कहा। यही नहीं, वहीं इस घटना पर दु:ख जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपप्रधान उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि आज सुबह किश्तवाड़ से एक दुखद खबर आ रही है। ऊपरी इलाकों में बादल फटने से वहां अफरा-तफरी मच गई है। हम प्रार्थना करते हैं कि लापता लोग सकुशल मिल जाएं। जो इस हादसे में जान गवां बैठे हैं, उनकी आत्मा को शांति मिले।
इस बीच लद्दाख के कारगिल जिले में भी बुधवार सुबह दो गांवों में बादल फटने की सूचना मिली है। बादलों के फटने के बाद नालों में आए उफान के कारण मिनी हाडड्रोपावर स्टेशन और कुछ घरों को नुकसान पहुंचा है। सूत्रों के अनुसार इस घटना में किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। साथ ही बादल फटने के कारण हाईवे पर मलबा बिछ जाने के कारण करगिल-जंस्कार हाईवे बंद हो गया है, वहीं लद्दाख प्रशासन ने बारिश जारी रहने तक प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहला बादल कारगिल से लगभग 60 किलोमीटर दूर कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खंगराल गांव में फटा। इसके कुछ ही समय बाद कारगिल के ही सांकू डिवीजन से करीब चालीस किलोमीटर दूर जंस्कार हाईवे के पास स्थित सांगरा गांव में फटा।
तीसरी घटना उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिले के अलोसा अष्टांगू क्षेत्र की है। जहां के ऊपरी इलाके में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। गांवों के पैदल जाने के लिए रास्ते पर बना पुल पूरी तरह से बह गया है साथ ही कृषि और बागवानी क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। क्षेत्र में फसलें भी पूरी तरह से तबाह हो गई हैं।