नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। भारत की गलती से चली मिसाइल पर पाकिस्तान की राजनीति में उबाल आ गया है। इमरान खान सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने वाली है। अल जजीरा के अनुसार भारत द्वारा गलती से छोड़ी गई मिसाइल को ट्रैक न कर पाने के कारण पाकिस्तानी हवाई सुरक्षा प्रणाली के शीर्षस्थ अधिकारी को हटा दिया गया है और पाक वायुसेना के 2 बड़े अधिकारियों को स्वैच्छिक निवृत्ति लेने के लिए कहा गया है। पाकिस्तान की एयरफोर्स पर सवाल उठाया जा रहा है कि भारत से दागी गई मिसाइल पर वह 2 दिन बाद क्यों एक्शन में आई? मिसाइल फायर होते ही उसका डिटेक्शन क्यों नहीं किया जा सका?
पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी और सोशल मीडिया पर आम लोग इस तरह के सवाल उठा रहे हैं। हालांकि इस चूक के लिए पाकिस्तानी सेना में भी खलबली मची हुई है। पाकिस्तान की ओर से दावा किया जा रहा है कि यह ब्रह्मोस मिसाइल थी। इसकी रेंज 290 किलोमीटर है। पाकिस्तानी फौज का दावा है कि यह मिसाइल हरियाणा के सिरसा से दागी गई है। यह भी दावा किया जा रहा है कि यदि इसमें हथियार होता तो भारी तबाही मचती।
बयान को नकारा : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा एक मिसाइल के 'अचानक चल जाने' के बारे में संसद में दिए गए जवाब को 'अपूर्ण और अपर्याप्त' बताते हुए खारिज कर दिया और एक बार फिर घटना की संयुक्त जांच की मांग की। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुरैशी ने 9 मार्च को भारत से मिसाइल दागे जाने के साथ-साथ 22-23 मार्च को पाकिस्तान द्वारा आयोजित किए जा रहे इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के विदेश मंत्रियों की परिषद के बारे में विस्तार से बात की।
कुरैशी ने पिछले सप्ताह इस्लामाबाद द्वारा की गई मांग को दोहराते हुए कहा कि भारत के रक्षामंत्री ने लोकसभा में जो कहा, वह अधूरा और अपर्याप्त है। यह पाकिस्तान को संतुष्ट करने के लिए काफी नहीं है। मैं इसे खारिज करता हूं और संयुक्त जांच की मांग करता हूं। कुरैशी ने कहा कि यह बेहद गैरजिम्मेदाराना हरकत थी और दिया गया जवाब भी उतना ही गैरजिम्मेदाराना है।
रक्षामंत्री ने दिया संसद में बयान : दुर्घटनावश मिसाइल चलने की घटना पर खेद प्रकट करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद में कहा कि सरकार ने इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है तथा उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
इस घटना पर पहले राज्यसभा और बाद में लोकसभा में दिए गए बयान में रक्षामंत्री ने कहा कि भारत की मिसाइल प्रणाली अत्यंत सुरक्षित और भरोसेमंद है तथा देश का रक्षा प्रतिष्ठान सुरक्षित प्रक्रियाओं तथा मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
सिंह ने कहा कि 9 मार्च को अनजाने में जो मिसाइल चल गई, उसके लिए खेद है। रक्षामंत्री ने कहा कि मिसाइल यूनिट के नियमित रखरखाव और निरीक्षण के दौरान गलती से एक मिसाइल छूट गई। उन्होंने कहा कि बाद में पता चला कि मिसाइल पाकिस्तान के इलाके में गिरी थी और यह घटना खेदजनक है।