मेहुल चौकसी का सीबीआई जांच में शामिल होने से फिर इनकार

Webdunia
मंगलवार, 20 मार्च 2018 (23:45 IST)
नई दिल्ली। आभूषण कारोबारी और गीतांजलि जेम्स के प्रमुख मेहुल चौकसी ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में सीबीआई की जांच में शामिल होने से एक बार फिर इनकार किया है। चौकसी ने इस बारे में सीबीआई को एक और पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए भारत आने से इनकार किया है।


चौकसी ने दावा किया है कि बेबुनियाद आरोपों के कारण उसका कारोबार अचानक बंद हो गया और उसे एवं उसके परिवार को पूर्व सहयोगियों से धमकियां मिल रही हैं। जांच एजेंसी सीबीआई को लिखे 16 मार्च के पत्र में चौकसी ने अपनी चिकित्सा स्थिति, पासपोर्ट रद्द होने और मीडिया में होहल्ले का भी उल्लेख किया है।

जांच अधिकारी को लिखे पत्र में चौकसी ने कहा, आज तक क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने मुझसे संपर्क नहीं किया और मेरा पासपोर्ट अभी भी रद्द है। मैं आपके कार्यालय को आश्वस्त करता हूं कि मैं भारत नहीं आने का कोई भी बहाना नहीं बना रहा हूं।

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने मामले में जुड़े पहली प्राथमिकी के संबंध में चौकसी को पेश होने के लिए कहा था, जिसमें चौकसी के साथ उसके भानजे नीरव मोदी, एमी मोदी, निशाल मोदी को भी आरोपी बनाया गया था। सीबीआई ने चौकसी और उसकी कंपनी के खिलाफ एक अलग प्राथमिकी भी दर्ज की है।

एजेंसी ने 16 मार्च को उसे फिर से जांच के लिए पेश होने को कहा था। चौकसी ने कहा, मैं दोहराता हूं कि मैं विदेश में हूं और आपके नोटिस पर पहले भी जवाब देता रहा हूं। उसने दावा किया, मैंने पहले भी अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी।

चौकसी ने कहा, मुझे और मेरे परिवार को धमकियां मिलना जारी है और मुझे अभी भी उन लोगों द्वारा धमकाया जा रहा है, जिनके साथ मेरे व्यापारिक रिश्ते रहे हैं। चूंकि मेरा कारोबार पूरा तरह से और अचानक बंद हो गया है और मेरे कर्मचारी, ग्राहक, कर्जदाता इत्यादि ने मेरे प्रति दुश्मनी दिखाना शुरू कर दिया है।

चौकसी ने दावा किया कि डायमंड आर यूएस, स्टेलर डायमंड, सोलर एक्सपोर्ट्स और प्राथमिकी में दर्ज आरोपी कंपनियों से मेरी ना तो कोई साझेदारी रही है और मैं न ही उनसे किसी तरह से जुड़ा हुआ था। मेहुल चौकसी गीतांजलि समूह का प्रवर्तक है और पीएनबी घोटाले में आरोपी भी है।

चौकसी ने कहा, स्वास्थ्य के कारण मैं भारत की यात्रा करने में असमर्थ हूं, मुझे 4 से 6 महीनों तक यात्रा नहीं करने की सलाह दी गई है। यह स्थिति अभी भी बनी हुई है, इसलिए मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी एजेंसी मानवीय आधार पर विचार करेगी। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख