मुंबई। नागपुर-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस का ईंजन और नौ डिब्बे भूस्खलन के चलते मंगलवार सुबह महाराष्ट्र के वासिंद और आसनगांव स्टेशनों के बीच में पटरी से उतर गए।
मध्य रेलवे के प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदासी ने बताया कि घटना में किसी भी यात्री के घायल होने की कोई खबर नहीं है।
रेलवे के एक अन्य अधिकरी ने कहा कि यह दुर्घटना सुबह छह बजकर 35 मिनट पर आसनगांव रेलवे स्टेशन के पास हुई। ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए।
उन्होंने कहा, 'हमारा बचाव दल इंजीनियरिंग कर्मचारियों वाली दुर्घटना राहत ट्रेन के साथ मौके पर पहुंच रहा है।' उन्होंने कहा कि रेल के पटरी से उतर जाने के कारण इस रास्ते पर रेल यातायात प्रभावित हुआ है।
अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों का एक दल मौके पर पहुंच गया है और वे फंसे हुए यात्रियों तक पहुंचने के लिए, राहत पहुंचाने के लिए और इस मार्ग पर रेल यातायात बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी आनी बाकी है।
मध्य रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने यह भी कहा कि इस घटना में किसी के मारे जाने या घायल होने की कोई खबर नहीं है। हालांकि ट्रेन में यात्रा कर रहे एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया कि कुछ यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं।
जस्टिन राव नामक एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'इंजन के साथ कम से कम छह डिब्बे पटरी से उतर गए। हम समझ ही नहीं पाए कि हुआ क्या है। कुछ लोग शौचालयों में फंसे थे और उन्हें साथी यात्रियों ने खिड़की के शीशे तोड़कर बचाया।'
उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं क्योंकि घटना के डेढ़ घंटे बाद भी कोई राहत दल उन तक नहीं पहुंच पाया है। देश में पिछले 10 दिन की अवधि में यह रेल के पटरी से उतरने की तीसरी घटना है।
बीते 19 अगस्त को उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित खतौली में तेज रफ्तार वाली उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे और एक डिब्बा पटरी के पास बने एक मकान में जा घुसा था। इस घटना में 23 लोग मारे गए और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
बीते 25 अगस्त को मुंबई में अंधेरी जाने वाली एक लोकल ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए। इसमें छह यात्री घायल हो गए थे। (भाषा)