पार्टी ने कहा कि मोदी ने वर्ष 2009 में गुजरात में कौशल विकास कार्यक्रम की शुरुआत की थी और 4.75 लाख युवाओं को इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित करके रोजगार देने का वादा किया था लेकिन हकीकत यह है कि 2015 तक इस कार्यक्रम के तहत सिर्फ 1185 लोगों को ही नौकरी दी जा सकी है। इस सूची में भी कई लोगों के नाम दो बार छपे हुए हैं।