Rahul Gandhi will resign from Wayanad Lok Sabha Seat: जैसी कि अटकलें थीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को वायनाड सीट छोड़ने का ऐलान कर दिया है। अब इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रियंका गांधी वायनाड से कांग्रेस की उम्मीदवार होंगी। राहुल अब उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से सांसद रहेंगे। वे जल्द ही वायनाड सीट से इस्तीफा दे देंगे। नियम के अनुसार किसी व्यक्ति को एक समय में लोकसभा में किसी एक सीट का ही प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिल सकता है। ALSO READ: क्या EVM हैक हो सकती है, ECI ने राहुल गांधी के आरोपों का दिया जवाब
राहुल गांधी ने वायनाड की जनता को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों जगह से इमोशनल कनेक्शन है। समय-समय पर वायनाड जाता रहूंगा। प्रियंका ने कहा कि हम दोनों ही सीटों पर मौजूद रहेंगे। रायबरेली से राहुल गांधी का पुराना रिश्ता है। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रियंका ने कहा था कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं। ... तो प्रियंका लड़की हैं, लड़ सकती हैं। ALSO READ: लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद क्या है राहुल गांधी की दुविधा?
अमेठी से हार गए थे राहुल : उल्लेखनीय है कि पिछली बार भी राहुल गांधी ने दो सीटों- वायनाड और अमेठी से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे अमेठी से चुनाव हार गए थे। 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल को करीब 55 हजार वोटों से चुनाव हराया था, लेकिन इस बार राहुल गांधी की हार का बदला कांग्रेस के केएल शर्मा ने स्मृति 1 लाख 67 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। इस बार भी उन्होंने वायनाड के अलावा रायबरेली से भी चुनाव लड़ा था। इस बार राहुल गांधी दोनों ही सीटों से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। ALSO READ: Rahul Gandhi : राहुल गांधी मान जाते तो केंद्र में बन सकती थी INDIA ब्लॉक की सरकार
रायबरेली में जीत का अंतर बढ़ा : राहुल गांधी ने रायबरेली में 3 लाख 90 हजार वोटों से चुनाव जीता है, जबकि पिछली में उनक मां श्रीमती सोनिया गांधी एक लाख 67 हजार वोटों से जीत पाई थीं। हालांकि वायनाड में राहुल गांधी की जीत का अंतर पिछली बार के मुकाबले थोड़ा कम हो गया है। पिछली बार राहुल वायनाड में 4 लाख 31 हजार 770 वोटों से चुनाव जीते थे, जबकि इस बार 3 लाख 64 हजार 422 है।