रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में, नई ट्रेनों का परीक्षण मौजूदा रेल नेटवर्कों पर किया जाता है जिससे यातायात में विलंब होता है। इसके अलावा, ये ट्रैक सभी तरह के परीक्षण की परिस्थितियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं।
इस सुविधा का उपयोग लोकोमोटिव के तकनीकी स्वीकार्यता परीक्षणों एवं मंजूरियों, परिचालन की स्थिति में रोलिंग स्टाक और कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। यह रेलवे प्रौद्योगिकी के सभी नए नवप्रवर्तनों व विकास के प्रोटोटाइप परीक्षण के लिए सुविधा संपन्न होगा।