यहां आयोजित एक कार्यक्रम में साध्वी ने कहा, 'देवबंद में भारत माता की जय न बोलने के लिए तो मुस्लिम मजहबी नेता फतवे जारी करते हैं लेकिन आतंकवाद के खिलाफ नहीं। यदि वे आतंकवाद के खिलाफ भी फतवा जारी करते तो मैं उसका स्वागत करती। आतंकवाद आज एक वैश्विक चुनौती है।' साध्वी ने कहा, 'लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।'
उन्होंने कहा कि 'हाल ही में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाए गए और यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के बाद से देश में सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली पार्टी के नेताओं ने जेएनयू जाकर उन लोगों का पक्ष लिया।' बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों की दो से अधिक संताने हैं उन्हें सरकारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाना चाहिए।