मोदी-नडेला की मुलाकात क्‍या साकार करेगी 'डिजिटल इंडिया' का सपना?

Webdunia
गुरुवार, 5 जनवरी 2023 (18:35 IST)
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्या नडेला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और वादा किया कि 'डिजिटल इंडिया' की संकल्पना को साकार करने में कंपनी देश की मदद करेगी। नडेला भारत के 4 दिन के दौरे पर आए हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट के शीर्ष अधिकारी नडेला ने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात को गहरी समझ विकसित करने वाली बताया।
 
उन्होंने डिजिटल रूपांतरण के जरिए टिकाऊ एवं समावेशी आर्थिक वृद्धि पर सरकार के जोर की सराहना भी की। नडेला ने गुरुवार को ट्वीट किया कि डिजिटल रूपांतरण के जरिए टिकाऊ और समावेशी आर्थिक वृद्धि पर सरकार द्वारा गहराई से ध्यान देना प्रेरणादायी है। हम 'डिजिटल इंडिया' की संकल्पना को साकार करने और दुनिया का मार्गदर्शक बनाने में भारत की मदद को उत्सुक हैं। उन्होंने लिखा कि गहरी समझ विकसित करने वाली मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार।
 
नडेला ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद ट्वीट में मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस सारगर्भित बैठक के लिए मोदी का धन्यवाद। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन द्वारा सतत एवं समावेशी आर्थिक विकास पर सरकार का गहरा फोकस निश्चित रूप से प्रेरणादायी है और हम 'डिजिटल इंडिया' के विजन को भारत में साकार करने एवं दुनिया को इसकी मिसाल देने के लिए मदद करने को उत्सुक हैं।
 
मोदी ने जवाबी ट्वीट में कहा कि नडेला से मिलकर खुशी हुई। तकनीक एवं नवान्वेषण में भारत की कोशिशें तकनीक प्रेरित विकास के एक नए युग का सबब बनी हैं। हमारे युवा नए-नए विचारों से ओतप्रोत हैं जिनमें पृथ्वी को बदल देने की क्षमता है।
 
नडेला देश में कई शहरों के दौरे पर हैं और ग्राहकों, स्टार्टअप, डेवलपर, शिक्षाविद, छात्रों तथा सरकार के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात कर डिजिटल क्षेत्र में शासन एवं सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर बात की थी। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री राजीव चन्द्रशेखर से भी मुलाकात की।
 
नडेला ने भारत की सार्वजनिक भलाई के लिए सार्वजनिक डिजिटल अवसंचरना बनाने के लिए सराहना की और प्रौद्योगिकी तथा आर्थिक वृद्धि के जरिए समावेश और सशक्तीकरण लाने के महत्व को रेखांकित किया। माइक्रोसॉफ्ट प्रमुख ने जोर देकर कहा कि उनकी कंपनी की भारत के प्रति बहुत प्रतिबद्धता है।
 
नडेला बोले, विकसित दुनिया की बराबरी कर रहा है भारत का प्रौद्योगिकी खर्च : बेंगलुरु में माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्या नडेला ने कहा है कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और प्रौद्योगिकी खर्च अनुपात के लिहाज से भारत दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल हो सकता है। उन्होंने गुरुवार को माइक्रोसॉफ्ट के आंकड़ों का हवाला देते हुए यह बात कही।
 
नडेला ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कुल अर्थव्यवस्था, आर्थिक वृद्धि और प्रौद्योगिकी खर्च की बात करें तो इसके बीच का अंतर घट रहा है। सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में भारत का प्रौद्योगिकी खर्च अब विकसित दुनिया की बराबरी कर रहा है।
 
नडेला ने यहां 'फ्यूचर रेडी टेक समिट' के बाद मीडिया से कहा कि हमारे आंकड़ों के मुताबिक भारत (सकल घरेलू उत्पाद और प्रौद्योगिकी खर्च का अनुपात) कम से कम दुनिया के शीर्ष 10 में निश्चित रूप से है। अगर ऐसा हैतो सवाल यह है कि अब आगे क्या होगा? इस प्रौद्योगिकी खर्च का नतीजा क्या है? क्या यह वैसा ही है?
 
भारत के बढ़ते प्रौद्योगिकी खर्च में माइक्रोसॉफ्ट की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा कि अगर भारत की जीडीपी एक्स है और इसका कुछ प्रतिशत (प्रौद्योगिकी खर्च के चलते हुए) उत्पादकता लाभ से है तो दुनिया को इसका फायदा मिल सकता है। यह लोगों के सोचने व लिखने के बारे में है और भुगतान के लिए सबसे कम लागत वाला तरीका है।
 
नडेला ने इससे पहले फ्यूचर रेडी टेक समिट में कहा कि प्रौद्योगिकी हर किसी के उपयोग के बारे में है और भारत इसमें योगदान कर सकता है। मुझे कल बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनके दृष्टिकोण और सभी सरकारी कार्यक्रमों, योजनाओं और इंडिया स्टैक (भारत में प्रौद्योगिकी के प्रसार) में संक्षिप्त बातचीत करने का मौका मिला। वास्तव में मैं जिस चीज को महसूस कर रहा हूं, वह इंडिया स्टैक का जादू है। उन्होंने कहा कि योजनाएं या नीति और प्रौद्योगिकी एक साथ विकसित हो रही हैं।
 
शिखर सम्मेलन में इन्फोसिस के सहसंस्थापक नंदन नीलेकणि ने भी भाग लिया। नडेला ने कहा कि वे भारत से यह सीखते हैं कि आम आदमी अपनी जरूरतों के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने 6 अनिवार्यताओं को भी सूचीबद्ध किया, जो प्रौद्योगिकीविदों के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये हैं- क्लाउड पर स्थानांतरण, डेटा को एकीकृत करना और एआई मॉडल को मंच के रूप में लागू करना, फ्यूजन टीमों को सशक्त बनाना, अपने कार्यबल को फिर से सक्रिय करना, सहयोगी व्यावसायिक प्रक्रियाओं को अपनाना और सुरक्षा को प्राथमिकता देना। (भाषा)(फोटो सौजन्य : ट्विटर)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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