Bharat Band: रोटी का इंतजाम कर दो, बंद कर देंगे दुकान, बंद समर्थकों के सामने अड़ा दुकानदार

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 21 अगस्त 2024 (19:00 IST)
SC ST reservation: बिहार से लेकर राजस्थान तक आरक्षण को लेकर एससी और एसटी से जुड़े संगठनों के भारत बंद (Bharat Bandh) का मिलाजुला असर दिखाई दिया। इन संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बंद का आयोजन किया। बिहार में बंद समर्थकों की पुलिस से झड़प हुई और पुलिस ने ला‍ठीचार्ज भी किया। राजस्थान के बीकानेर में में बंद समर्थकों ने एक दुकानदार की पिटाई कर दी। व्यापारियों ने घटना के विरोध में धरना दिया। इस बीच, राजस्थान में ही एक दुकानदार बंद समर्थकों से भिड़ गया। ALSO READ: UP में कैसा रहा भारत बंद का असर, मुख्य जिलों की जमीनी रिपोर्ट
 
राजस्थान के एक दुकानदार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दुकान बंद समर्थकों से कहता हुआ दिखाई दे रहा है। मैं दुकान बंद नहीं करूंगा। मेरी रोजी-रोटी का इंतजाम कर दो, मैं आज क्या कल भी दुकान बंद रख लूंगा। दरअसल, इस दुकानदार के पास बंद समर्थक पुलिस के एक एएसआई के साथ दुकान बंद कराने पहुंचे थे। इस पर दुकानदार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उसे 2000 रुपए दे दो, वह दुकान बंद कर देगा। ALSO READ: Bharat Bandh : इंदौर में बेअसर रहा भारत बंद, भीम आर्मी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे
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Bhim Army had to return barefoot when this shopkeeper refused to close his shop.

Respect and Salute ???? #Rajasthan pic.twitter.com/NchaUyhhQq

— Lala (@Lala_The_Don) August 21, 2024 >
नहीं करेंगे दुकान बंद : साथ आए पुलिस अधिकारी ने जब कहा कि 2-3 घंटे की ही तो बात है, दुकान बंद कर दो। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोई घटना हो जाएगी तो दुकानदार ने कहा कि घटना होगी तो प्रशासन जिम्मेदार होगा। हम तो एक घंटे भी दुकान बंद नहीं करेंगे। हमें नहीं चाहिए आरक्षण। हम बंद नहीं करेंगे। हमारे घर तो शाम को रोटी नहीं बनेगी। हमारा तो काम-धंधे के बिना काम नहीं चलता। हमारे बच्चों के लिए रोटी का जुगाड़ कर दो। हम आज क्या कल भी दुकान नहीं खोलेंगे। ALSO READ: भारत बंद का एक नजारा यह भी, पटना में पुलिसकर्मियों ने SDO को पीटा (Video)
 
काफी देर तक दोनों पक्षों में बहस चलती रही। दुकानदार अपनी बात पर अड़ा रहा और वह दुकान बंद करने के लिए तैयार नहीं हुआ। आखिरकार बंद समर्थक वापस लौट गए। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala