कश्‍मीर में ईद पर हिंसा और पथराव

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श्रीनगर। कश्मीर में ईद के अवसर पर भी जमकर हिंसा हुई है क्योंकि गाजा पट्टी पर होने वाले इसराइली हमलों का साया कश्मीर में ईद की खुशियों पर भारी साबित हुआ था। समाचार भिजवाए जाने तक कई इलाकों में हिंसा, विरोध प्रदर्शनों और पत्थरबाजी का सिलसिला जारी था।

गाजा की स्थिति पर छिटपुट विरोध प्रदर्शनों के अलावा कश्मीर में मंगलवार को पूरे पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ ईद-उल फितर का त्योहार मनाया गया। ईद की सामूहिक नमाज पढ़ने के लिए सुंदर परिधानों में सजे पुरुष, महिलाएं और बच्चे घाटी में ईदगाह, मस्जिदों और दरगाहों पर कतारों में लगे देखे गए। ईद की यह सामूहिक नमाज रोजों के पवित्र माह रमजान का शुक्रिया अदा करने के लिए हैं। रमजान का माह कल चांद दिखने के साथ ही पूरा हो गया था।

पुलिस ने कहा कि सबसे ज्यादा लोग डल झील के किनारे हजरतबल मस्जिद में जुटे। यहां मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लगभग 60 हजार नमाजियों के साथ मिलकर ईद की नमाज अदा की। इसके अलावा पुराने शहर के ईदगाह में भी बड़ी संख्या में लोग जुटे। यहां लगभग 30 हजार लोगों ने नमाज अदा की।

पुलिस ने कहा कि अनंतनाग, बारामुल्ला, शोपियां, कुलगाम, बडगाम और गंदेरबल जिला मुख्यालय के पर्यटक स्वागत केंद्र पर भी बड़ी संख्या में लोगों ने सामूहिक नमाज अदा की। पुलिस ने कहा कि ईद की नमाज के कुछ ही देर बाद घाटी के कुछ हिस्सों से हिंसक विरोध प्रदर्शनों की खबरें आई थीं, जिनमें एक फोटो पत्रकार समेत कई लोग घायल हो गए। ये विरोध प्रदर्शन गाजा के लोगों के साथ एकता प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किए गए थे, जहां पिछले माह से हो रहे इसराइली हवाई और जमीनी हमलों में सैंकड़ों लोग मारे गए हैं।

ईद की नमाज के तुरंत बाद शहर के हैदरापोरा और मौलाना आजाद रोड पर युवकों के समूह ने पथराव किया। जानकारी के अनुसार हुर्रियत ने युवाओं को प्रदर्शन के लिए उकसाया था। नमाज के तुरंत बाद शहर के हैदरपोरा और मौलाना आजाद रोड पर युवकों के समूह ने पथराव किया। खबरों के अनुसार हुर्रियत ने युवकों को प्रदर्शन के लिए उकसाया। कश्मीर के बारामुल्ला जिले के सोपोर शहर, अनंतनाग जिले के जंगलात मंडी इलाका और शोपियां शहर में इसी तरह की घटना की सूचना मिली। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़। इस हिंसा में किसी के भी हताहत होने की कोई खबर नहीं मिली है।

कश्मीर के श्रीनगर और अन्य हिस्सों में शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद-उल-फितर की नमाज अदा की। ईद के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अलगाववादी नेताओं को नजरबंद रखा गया। अलगाववादी नेताओं सईद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक, मुहम्मद यासिन मलिक और शबीर शाह को नजरबंद रखा गया। गिलानी ने शहर के हजरतबल जबकि मीरवाइज ने ईदगाह मैदान में नमाज अदा करने की घोषणा की थी।

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने ईद-उल-फितर के अवसर पर सुख और समृद्धि की कामना के साथ लोगों को बधाई दी।

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