नवादा। बिहार के नवादा जिला मंडल जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी को गंभीर रूप से झुलसी हालत में नवादा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया।
कैदी रूपेश पासवान ने जेलर पर आरोप लगाया है कि उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उसे (कैदी को) जलाने की कोशिश की।
उधर नवादा के जिलाधिकारी ललन ने बताया कि उक्त जेल प्रशासन ने उन्हें सूचित किया है कि वहां बंद रूपेश पासवान (40) नामक एक कैदी ने रविवार को स्वयं को आग लगाकर आत्मदाह करने का असफल प्रयास किया।
ललन ने बताया कि उक्त जेल में बंद कैदी मोबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित साम्रगी के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने के विरोध में कुछ दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि रूपेश पासवान के आरोप पर वे तत्काल टिप्पणी की स्थिति में नहीं है, क्योंकि उनकी पहली प्राथमिकता उसकी जान बचाना है।
इस बीच इस मामले की जांच के लिए नवादा रवाना हुए कारा उपमहानिरीक्षक (प्रशासन) उमाकांत शरण ने बताया कि मामले की जांच के बाद इस बारे में कुछ बता पाएंगे।
लगभग 80 प्रतिशत तक झुलस चुके रूपेश पासवान कई आपराधिक मामलों में गत 4 वर्षों से उक्त जेल में बंद है। उसने आरोप लगाया है कि नवादा मंडल कारा के जेलर लाल बाबू सिंह ने अपने अन्य काराकर्मियों के सहयोग से उस पर केरोसीन तेल छिड़ककर आग लगा दी जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया।
रूपेश को बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया है। (भाषा)