गांधीनगर। गुजरात में पिछले दो साल में कुल 184 शेरों की मौत हुई हैं, जिनमें से 74 मादाएं, 71 शावक और 39 नर शेर हैं। हर पांच साल पर होने वाली सिंह गणना के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित गिर वन क्षेत्र, जिसे दुनिया में एशियाई शेरों का एकमात्र निवास माना जाता है।
राज्य के वनमंत्री गणपत वसावा ने सोमवार को विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2016 में 104 (12 अप्राकृतिक और 92 प्राकृतिक कारणों से) जबकि 2017 में 80 (20 अप्राकृतिक और 60 प्राकृतिक कारणों से) शेरों की मौत हुई हैं।
कुल मिलाकर मात्र 32 अप्राकृतिक कारणों से मरे हैं। हर पांच साल पर होने वाली सिंह गणना के अनुसार, गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित गिर वन क्षेत्र, जिसे दुनिया में एशियाई शेरों का एकमात्र निवास माना जाता है और इसके आसपास वर्ष 2015 तक कुल 523 शेर थे। अगली गणना 2020 में होगी। (वार्ता)