श्रीनगर। एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में भारतीय सेना के कैप्टन समेत 4 जवान शहीद हो गए हैं तथा 4 अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है। इस गोलीबारी में कैप्टन कपिल कुंडू, शुभम कुमार, रामअवतार और हवलदार रोशनलाल के शहीद होने की पुष्टि हुई है।
पाक सेना को भी भारी क्षति पहुंचाने का दावा करते हुए रक्षा सूत्रों ने कहा कि पाक सेना के दर्जनभर सैनिक मारे गए हैं तथा उसके कई बंकरों और चौकियों को भी नेस्तनाबूद किया गया है।
उधर, एलओसी के तमाम इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। पाकिस्तान ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के शाहपुर इलाके में एलओसी पर गोलाबारी की। सूत्रों के मुताबिक सुबह 11 बजे भारी फायरिंग शुरू हुई और अभी भी जारी है।
पाकिस्तानी सेना की ओर से बिना किसी उकसावे के अंधाधुंध गोलाबारी में सुबह 2 भारतीय सैनिक और 1 किशोरी घायल हो गए थे जबकि देर शाम पाक गोलाबारी के कारण 3 जवानों की मौत हो गई तथा 4 अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
पाकिस्तानी सैनिक रिहाइशी इलाके के साथ-साथ भारतीय चौकियों को निशाना बना रहे हैं। भारतीय सेना पाक की इस कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। शाहपुर सेक्टर के पहाड़ी क्षेत्र से धुएं का गुबार उठता दिख रहा है। पाक सेना को भी जबरदस्त क्षति पहुंची है। उसके दर्जनभर सैनिकों के मारे जाने का दावा भारतीय रक्षा सूत्र कर रहे हैं। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के शाहपुर इलाके स्थित एलओसी पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर अकारण गोलाबारी की। उन्होंने भारतीय चौकियों को छोटे स्वाचालित हथियारों व मोर्टार से निशाना बनाया। भारतीय सेना ने भी प्रभावी और मजबूत तरीके से जवाब दिया।
अधिकारी ने कहा कि एक 15 साल की लड़की और सेना का 1 जवान पाकिस्तानी गोलीबारी में घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले शुक्रवार को बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय सरहद के बीएसएफ की तैनाती वाले हिस्से में 23-24 जनवरी से शांति है।
उन्होंने बताया था कि पाकिस्तान के अनुरोध पर 25 जनवरी को उसके रेंजरों के साथ फ्लैग मीटिंग में दोनों पक्षों ने तय किया था कि अंतरराष्ट्रीय सरहद पर संघर्षविराम का उल्लंघन नहीं किया जाएगा। हालांकि रविवार को पाकिस्तान ने हर बार की तरह एक बार फिर अपनी नापाक हरकत दिखा ही दी।
2003 में एक समझौते के बावजूद सीमा पर आए दिन पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन होता रहता है। कश्मीर का हिमालय क्षेत्र 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद की वजह रहा है। इस साल अब तक पाकिस्तान की तरफ से किए गए संघर्षविराम उल्लंघन में 9 सुरक्षा बलों सहित कम से कम 17 लोग मारे गए हैं जबकि 70 अन्य घायल हो गए हैं।