अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर के बर्न सेंटर विभाग के प्रमुख डॉ. संजय गिरि ने बताया कि नाबालिग लड़की 70 प्रतिशत तक झुलस चुकी है लेकिन उसकी हालत स्थिर है। पीड़िता फिलहाल आईसीयू में है और उसे कृत्रिम तरीके से ऑक्सीजन दी जा रही है तथा उसकी हालत में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम मरीज को तरल पदार्थ दे रहे हैं। कुल 12 चिकित्सकों और दो नर्सिंग अधिकारियों की एक टीम मरीज की देखभाल कर रही है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवकों ने लड़की को रोका, उसे जबरन भार्गवी नदी के किनारे ले गए और उस पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी। लड़की को आग लगाने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। स्थानीय लोग आग बुझाकर उसे पिपिली सरकारी अस्पताल ले गए जहां से उसे एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया।